दरअसल जिले की सिवालखास नगर पंचायत के एक कब्रिस्तान में जलभराव की समस्या के चलते यहां अवारा कुत्तों के झुंड गीली हो चुकी कब्रों को खोदकर दफ़न शवों को अपना निवाला बना रहे हैं। आलम यह है कि कब्रों के अंदर कई–कई फुट गहरे बिलों में शवों को नोचते कुत्तों को यहां से निकालते और घुसते देखा जा सकता है।
लोगों का कहना है कि पूरी तरह आदमखोर हो चुके कुत्तों के यह झुंड कब इंसान पर हमला बोल दे कुछ कहा नहीं जा सकता। हालत यह हैं कि इन कुत्तों के डर से लोगों ने अपने घरों से बच्चों का बाहर निकलना तक बंद कर दिया है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी जिम्मेदार लोगों को नहीं है। क्योंकि बताया गया है कि नगर पंचायत चेयरमैन का आवास भी कब्रिस्तान के समीप ही हैं और यंहा दिनभर कुत्ते मांस के लोथड़ों की आपस में छिनाझपटी करते आसानी से देखे जा सकते हैं। ऐसे में लोगों का कहना हैं कि यह संभव नहीं की इसकी जानकारी चेयरमैन को नहीं हो।
आरोप है कि लोग इस संबंध में कई बार नगर पंचायत कार्यालय में समस्या से निजात दिलाने की मांग कर चुके हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। लोगों ने अब एसडीएम से गुहार लगाई है। वहीं एसडीएम का कहना हैं कि उन्हें अभी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वही कस्बे वासियों में इस मामले को लेकर रोष है। लोगों ने कब्रिस्तान की सुरक्षा और इसमें मिटटी भराव की मांग की है।