यह भी पढ़ें- सरधना में दो समुदायों के बीच विवाद के बाद जमकर मारपीट और पथराव, आठ घायल दरअसल, टीपीनगर के पंजाबीपुरा निवासी ढाई लाख का इनामी हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो ब्रह्मपुरी थाने के मुकुट महल स्थित होटल से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। बद्दो के सहयोगियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन अभी तक बद्दो पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। बदन सिंह और उसके साथी डिपीन सूरी, पपीत बढ़ला पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जा चुकी है, जिसके तहत 14ए में पुलिस ने बदन सिंह बद्दो की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की। उसके बाद अब बदन सिंह की अवैध कमाई से बनाई गई पंजाबीपुरा कोठी नंबर आठ और नौ के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई है।
बता दें कि 9 दिसंबर 2020 को कोठी के मालिकाना हक का दावा करने वाली बदन सिंह बद्दो की भाभी कुलदीप कौर भी कोई कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाई थीं, जिसके चलते विकास प्राधिकरण ने बदन सिंह की कोठी को जमींदोज कराने के आदेश 9 दिसंबर को ही जारी कर दिए थे। बाकायदा कुलदीप कौर को नोटिस भेजकर उनका पक्ष रखने को कहा गया था। कुलदीप कौर ने कमिश्नर कोर्ट में अपील दायर कर अपना पक्ष रखा। दोनों पक्षों की सुनवाई के दौरान सोमवार को कमिश्नर कोर्ट से कुलदीप कौर की याचिका को निरस्त कर दिया था। प्राधिकरण ने डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कोठी को जमींदोज करने के लिए पुलिस बल उपलब्ध कराने की मांग की थी। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि विकास प्राधिकरण के पत्र मिलने के बाद ब्रह्मपुरी, टीपीनगर और परतापुर पुलिस के साथ-साथ पीएसी और आरएएफ भी मौके पर लगा दी गई है।
ऐसे हुई कोठी ध्वस्तीकरण की तैयारी – 28 मार्च 2019 में बद्दो होटल मुकुट महल से हुआ फरार – 09 नवंबर 2020 को बद्दो के घर की हुई थी कुर्की – 09 दिसंबर 2020 को कोठी को जमींदोज का आदेश
– 18 जनवरी को कमिश्नर कोर्ट से निरस्त की अपील – 21 जनवरी को एमडीए करेगा कोठी को जमींदोज कुलदीप कौर को चार नोटिस बदन सिंह बद्दो की कोठी को जमींदोज करने से पहले कोठी के मालिकाना हक का दावा करने वाली बद्दो की भाभी कुलदीप कौर को एमडीए की तरफ से 07 नवंबर, 17 नवंबर, 25 नवंबर और 07 जनवरी को नोटिस देकर अपना पक्ष रखने के आदेश दिए। कुलदीप कौर एमडीए के सामने अपना पक्ष रखने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई।