यह भी पढ़ें- हारेगा कोरोना: सिर्फ 1 रुपये में मिलेगा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, जमा करने होंगे ये दस्तावेज शहर काजी ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना संक्रमण को देखते हुए ईद के दिन घर पर ही नमाज अदा करें और लोगों से हाथ मिलाने और एक-दूसरे से गले मिलने से भी परहेज करें। उन्होंने कहा कि लोग अपने इलाके की मस्जिद में ही ईद के मौके पर नमाज अदा करें, लेकिन संक्रमण से बचने पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि लोग अधिक भीड़ न एकत्र करें। एहतियात बरते जो भी प्रशासन की गाइड लाइन है, उसके अनुसार ही नमाज अदा करें। उन्होंने कहा कि ईदगाह में नमाज नहीं होगी। उन तमाम मस्जिदों में नमाज अदा की जाए, जहां जुमे की नमाज नहीं होती हो।
कुतबुद्दीन ऐबक ने कराया था निर्माण बता दें कि मेरठ की शाही ईदगाह करीब 800 साल पुरानी बताई जाती है। इस ईदगाह का निर्माण 1210 ईसवीं के बीच कुतबुद्दीन ऐबक ने कराया था। वे यहां ईद की नमाज पढ़ने के लिए आया करते थे। पिछले 800 साल में यह दूसरी बार है कि इस शाही ईदगाह में ईद की नमाज नहीं अदा की जाएगी। इससे पहले वर्ष 2020 में भी कोरोना संक्रमण के चलते ईद की नमाज नहीं अदा हो सकी थी।