12 दिन की रामलीला के लिए 3-4 महीने की मेहनत रावण का किरदार निभा रहे कलाकार का नाम सुरेश कुमार पांडे है, जो कि दिल्ली से आए हैं। सुरेश कुमार पांडे का कहना है कि उनकी बड़ी इच्छा थी कि वे भैसाली मैदान की रामलीला में किसी का किरदार निभाएं। उन्हें ये मौका पिछले काफी सालों से मिल रहा है। उन्होंने बताया कि जो रामलीला आप देख रहे हैं। वैसे तो यह 12 दिन की होती है, लेकिन रामलीला में अभिनय करने के लिए 3-4 महीने का समय लगता है। प्रेक्टिस करने के बाद ही वह किरदार निभाने के लिए मंच पर आते हैं। उन्होंने बताया कि यह प्रेक्टिस जुलाई के अंतिम दिनों में शुरू कर दी जाती है। पेशे से कलाकार रावण रंगमंच के मझे हुए कलाकार हैं। रावण का किरदार निभा रहे पांडे कहते हैं कि रामलीला का उद्देश्य बुराई पर अच्छाई की जीत है। हमको भी अपने जीवन में रामायण और रामलीला से यह बात सीखनी चाहिए। उन्होंने बताया कि वे 2006 से मेरठ में रामलीला करने आ रहे हैं। वे डांसर हैं, आर्टिस्ट हैं उनका काम ही अभिनय करना है।
गढ़वाली मूवी कलंक में काम कर चुके हैं राम भैसाली मैदान की रामलीला में राम की भूमिका निभा रहे राम बने चीनू गोसाई उत्तराखंड के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वह गढ़वाली मूवी में काम कर चुके हैं। इसके अलावा उनकी कई एलबम भी आ चुकी हैं। वे भगवान हनुमान के बहुत बड़े भक्त हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही उनकी गढ़वाली मूवी कलंक आने वाली है। जिसमें उन्होंने हीरो का किरदार निभाया है। चीनू बताते हैं कि वे मेरठ में दो बार रामलीला में अभिनय करने आ चुके हैं। उन्हें राम का अभिनय करना अच्छा लगता है।
लक्ष्मण हैं फोक डांसर इसी रामलीला में लक्ष्मण का अभिनय कर रहे राहुल सहाय बताते हैं कि वे पेशे से फोक डांसर हैं। उन्हें मेरठ की रामलीला करने के लिए काफी समय से इच्छा थी। इसके लिए वे काफी समय से प्रयासरत थे। इससे पहले वे अयोध्या में रामलीला मंचन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि मेरठ में डिजीटल रामलीला होती है। यह बहुत अच्छा है। दर्शकों को भी यह काफी पसंद आती है। बतौर लक्ष्मण उन्होंने संदेश दिया कि अच्छा है कि लोग प्यार से प्रेमभाव से रहे। बुराई पर अच्छाई की जीत हो।