गौरतलब है कि सहकारी समिति यूनियन के बैनर तले बागपत की 36 सहकारी समिति के कर्मचारी हड़ताल पर चले गये हैं। अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी पिछले 13 दिन से हड़ताल पर हैं। बागपत विकास भवन पर उनका धरना लगातार जारी है। उनका कहना है कि समिति कर्मचारी को प्रत्येक वर्ष दो माह के वेतन के बराबर प्रोत्साहन भत्ता देती थी, लेकिन विभाग के उच्चाधिकारियों ने इसे बंद करवा दिया है। दीपावली पर आदेश के बाद भी बोनस के आदेश नहीं दुए गए, जिससे कर्मचारियों में मायूशी है।
वहीं, दुसरी और समीति बंद होने से गेहूं की बुआई भी प्रभावित हो रही है। किसानों को खाद नहीं मिल रहा है। प्राइवेट दुकानदारों ने खाद के बारों के दाम बढा दिए हैं, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसान आदिप्रकाश का कहना है कि गेंहू और आलू की बुआई का समय चल रहा है। ऐसे में खाद न मिलने से किसानों को नुकसान होगा, गेंहू की बुआई लेट हो जाएगी। वहीं, किसान रमेश प्रधान कहते हैं कि जिला प्रशासन को जल्द से जल्द किसानों की समस्या को देखते हुए फैसला लेना चाहिए और किसानों को खाद उपलब्ध कराना चाहिए।