scriptमेरठ फिर बाबा साहेब की प्रतिमा तोड़ने पर आगबबूला हुए दलित, तनाव के बाद पुलिस फोर्स तैनात | fury among Dalits for breaking Baba Saheb's statue again in meerut | Patrika News

मेरठ फिर बाबा साहेब की प्रतिमा तोड़ने पर आगबबूला हुए दलित, तनाव के बाद पुलिस फोर्स तैनात

locationमेरठPublished: Sep 06, 2019 11:51:37 am

Submitted by:

lokesh verma

खबर की खास बातें-

मेरठ के गांव सिखेड़ा का मामला
पहले भी कई बार तोड़ी जा चुकी है बाबा साहेब की प्रतिमा
ठाकुर और अनुसूचित जाति में कई बार हो चुका है संघर्ष

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मेरठ. मेरठ का सिखेड़ा गांव एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। दरअसल गांव में विवादित भूमि पर कई साल से पहले बनी डाॅ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को कुछ असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद गांव के दलितों में रोष फैल गया। बता दें कि सिखेड़ा गांव में अंबेडकर प्रतिमा क्षतिग्रस्त का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी तीन बार प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया जा चुका है, लेकिन हर बार मेरठ प्रशासन की ओर से नई प्रतिमा लगवा देने के बाद मामला शांत हो जाता है। मौके पर पीएसी पिकेट भी होती है, लेकिन इसके बाद प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी जाती है। तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
बता दें कि सिखेड़ा गांव में एक विवादित जमीन पर बाबा साहेब की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस जमीन के विवाद में गांव के ठाकुर व अनुसूचित जाति के लोगों में संघर्ष हो गया था, जिसके बाद से यह मामला हाईकोर्ट में लंबित है। पिछले कई वर्षों से कपड़े से ढकी प्रतिमा को लेकर आए-दिन गांव में तनाव की स्थिति बनी रहती है। इसी बीच गुरुवार देर रात असामाजिक तत्वों ने प्रतिमा को चबूतरे से गिरा दिया। एसओ इंचैली वरुण शर्मा ने लोगों को समझाने का प्रयास किया तो उन्होंने दूसरी प्रतिमा की स्थापना करने की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
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माहौल गर्माता देख एसओ की सूचना पर भावनपुर, लालकुर्ती, गंगानगर, परीक्षितगढ़ थानों की पुलिस फोर्स के साथ सीओ सदर देहात अखिलेश भदौरिया व एसडीएम सदर सुनीता सिंह मौके पर पहुंचीं। एसडीएम ने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है तथा यथास्थिति बनी हुई है। ऐसे में नई प्रतिमा की स्थापना नहीं की जा सकती। उन्होंने लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया और एसओ इंचैली को क्षतिग्रस्त प्रतिमा को चबूतरे पर पुनस्र्थापित कराने के निर्देश दिए। वहीं दलित समाज के लोग धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि प्रतिमा पहले भी तोड़ी जा चुकी है। उस समय भी आश्वासन दिया गया था कि उसकी पूर्ण सुरक्षा की जाएगी, लेकिन कोई सुरक्षा नहीं हुई।
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लोग मौके पर डीएम और एसएसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे। एसपी देहात अविनाश पांडे ने बताया कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। पुलिस कानून-व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कुछ भी करेगी। एसडीएम सदर सुनीता सिंह ने बताया कि प्रशासन ने प्रतिमा को उसके स्थान पर रखवा दिया है। जिस स्थान पर प्रतिमा है वहां पर सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था करवाई जाएगी। वहीं प्रतिमा तोडे़ जाने से गांव में तनाव है और लोग अपने घरों में कैद हो चुके हैं। रात में पुलिस की गाड़ियां गांव की गलियों में सायरन बजाती घूमती रहीं।
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