बता दें कि सिखेड़ा गांव में एक विवादित जमीन पर बाबा साहेब की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस जमीन के विवाद में गांव के ठाकुर व अनुसूचित जाति के लोगों में संघर्ष हो गया था, जिसके बाद से यह मामला हाईकोर्ट में लंबित है। पिछले कई वर्षों से कपड़े से ढकी प्रतिमा को लेकर आए-दिन गांव में तनाव की स्थिति बनी रहती है। इसी बीच गुरुवार देर रात असामाजिक तत्वों ने प्रतिमा को चबूतरे से गिरा दिया। एसओ इंचैली वरुण शर्मा ने लोगों को समझाने का प्रयास किया तो उन्होंने दूसरी प्रतिमा की स्थापना करने की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
यह भी पढ़ें- शादी के बाद कोर्ट पहुंची युवती बोली- जज साहब… मेरा पति ‘गे’ है, न्याय दिलाइये माहौल गर्माता देख एसओ की सूचना पर भावनपुर, लालकुर्ती, गंगानगर, परीक्षितगढ़ थानों की पुलिस फोर्स के साथ सीओ सदर देहात अखिलेश भदौरिया व एसडीएम सदर सुनीता सिंह मौके पर पहुंचीं। एसडीएम ने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है तथा यथास्थिति बनी हुई है। ऐसे में नई प्रतिमा की स्थापना नहीं की जा सकती। उन्होंने लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया और एसओ इंचैली को क्षतिग्रस्त प्रतिमा को चबूतरे पर पुनस्र्थापित कराने के निर्देश दिए। वहीं दलित समाज के लोग धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि प्रतिमा पहले भी तोड़ी जा चुकी है। उस समय भी आश्वासन दिया गया था कि उसकी पूर्ण सुरक्षा की जाएगी, लेकिन कोई सुरक्षा नहीं हुई।
यह भी पढ़ें- महिला टीचर पर आया लड़के का दिल, बोला—मुझसे शादी कर लो नहीं तो…. लोग मौके पर डीएम और एसएसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे। एसपी देहात अविनाश पांडे ने बताया कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। पुलिस कानून-व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कुछ भी करेगी। एसडीएम सदर सुनीता सिंह ने बताया कि प्रशासन ने प्रतिमा को उसके स्थान पर रखवा दिया है। जिस स्थान पर प्रतिमा है वहां पर सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था करवाई जाएगी। वहीं प्रतिमा तोडे़ जाने से गांव में तनाव है और लोग अपने घरों में कैद हो चुके हैं। रात में पुलिस की गाड़ियां गांव की गलियों में सायरन बजाती घूमती रहीं।