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हाथरस के बाद अब बलरामपुर में दलित छात्रा संग हैवानियत, कमर और दोनों पैर तोड़ने का आरोप, घर पहुंचते ही मौत बेटी के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए मेरठ में गुरुवार को वाल्मीकि समाज के लोगों सफाई कार्य का बहिष्कार कर दिया। मेरठ महानगर के सभी 90 वार्डों में सफाई कार्य गुरुवार को ठप है। नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद ये फैसला लिया गया था, जिसके अनुसार किसी भी वार्ड में सफाई कार्य नहीं किया। लोगों को खुद ही प्राइवेट सफाईकर्मियों को लगाकर कूड़ा उठवाना पड़ रहा है।
मेरठ में हाथरस की बेटी के साथ दरिंदगी और उसकी मौत के बाद से जगह-जगह प्रदर्शन किए गए। प्रदर्शन और जाम लगाने वालों में विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीति दलों के अलावा वाल्मीकि समाज के लोग भी शामिल हैं। धरने प्रदर्शन के बाद वाल्मीकि समाज के नेताओं ने निगम में बैठक की थी। बैठक में बेटी के लिए दो मिनट का मौन रखा गया और उसकी आत्मा की शांति के प्रार्थना के बाद सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि गुरुवार को महानगर में सफाई कार्य ठप रखा जाएगा। इसके विरोध में कोई भी सफाईकर्मी महानगर के किसी भी वार्ड में नहीं जाएगा।
सफाईकर्मियों के इस निर्णय से निगम के अधिकारियों ने गुरुवार को नगर में साफ-सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था की है। लेकिन, ये प्राइवेट सफाई कर्मी भी महानगर को साफ नहीं कर सके। जगह-जगह गंदगी के ढेर और कूडा फैलने से स्थिति काफी विकराल हो गई है।