मुन्ना बजरंगी के बाद अब इस जेल में बंद कुख्यात की हत्या की योजना, कार्बाइन के साथ आधुनिक हथियार मिले, लखनऊ से दिल्ली तक मचा हड़कंप दरअसल आपको बता दें मामला दोघट थाना क्षेत्र के दाह गांव का है। जहां गांव में ही वर्षों से एक गोवंश भी रह रहा था। ग्रामीण बताते हैं कि हमारे लिए यह कोई गोवंश नहीं था बल्कि यह तो हमारा भगवान था। जिसकी अचानक मौत हो गई है। इससे पूरा गांव काफी दुखी है। ग्रामीण बताते हैं कि जब तक यह गोवंश उनके गांव में रहा तब तक उनके गांव कोई भी अनहोनी नहीं हुई। गांव में सदैव खुशहाली रही। यही वजह है कि सभी लोग इस गोवंश को अपना भगवान मानते थे। अब इसकी मौत से पूरा गांव दुखी है। इसलिए सभी ग्रामीणों ने मिलकर यह फैसला लिया कि वे इस गोवंश की अंत्येष्टि भी पूरे हिंदू रीति-रिवाज से करेंगे। सभी ग्रामीणों ने मिलकर पहले गोवंश काे रीति-रिवाज के साथ जमीन में दबाया है। उसके बाद बकायदा पंडित को बुलाकर गाेवंश की आत्मा की शांति के लिए हवन-पूजन भी किया है।
मिशन 2019 के लिए अब भाजपा ने बनाया नया मास्टर प्लान, भाजपा के दिग्गज नेताओं को मिला ये टारगेट ग्रामीण बोले- गोवंश के दहाड़ मारते ही रुक गई थी ओलावृष्टि ग्रामीण बताते हैं कि एक बार की बात है गांव में जबरदस्त बरसात के साथ ओलावृष्टि हो रही थी। ग्रामीणों को अपनी फसल बर्बाद होने का डर सता रहा था। इसी बीच गाेवंश जोर-जोर से दहाड़ मारने लगा और उसके दहाड़ने से ही ओलावृष्टि रुक गई। इस तरह गोवंश की कृपा से उनकी फसल बर्बाद होने से बच गई। तभी से सभी लोग इस गाेवंश को अपना भगवान मानते हैं।