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Mission 2019 में भाजपा के सारे समीकरण गड़बड़ा देगी यह बिरादरी, योगी सरकार ने इनके लिए कुछ किया ही नहीं!

locationमेरठPublished: Oct 12, 2018 09:45:32 am

Submitted by:

sanjay sharma

उत्तर प्रदेश विधानसभा के इतिहास में पहली बार इस बिरादरी का कोर्इ मंत्री नहीं
 

केपी त्रिपाठी, मेरठ। गुर्जर बिरादरी हमेशा से भाजपा के लिये पश्चिम उप्र में जिताऊ बिरादरी रही है। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, लोनी, बुलंदशहर, बिजनौर, गाजियाबाद, नोएडा और सहारनपुर में गुर्जर बिरादरी के वोटों की हिस्सेदारी करीब 10 फीसदी है, लेकिन प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद उप्र के विधानसभा इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि इस बिरादरी का एक भी मंत्री नहीं है। हालांकि विधायक के नाम पर पश्चिम उप्र से ही पांच विधायक इस बिरादरी से हैं, लेकिन किसी को भी मंत्री पद से नहीं नवाजा गया। जबकि पूर्व भाजपा सरकार में गुर्जर बिरादरी का चेहरा रहे जयपाल सिंह को भाजपा ने दुग्ध विकास मंत्री बनाया था। वह मेरठ के खरखौदा से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। उसके बाद से भाजपा ने गुर्जर बिरादरी के किसी विधायक को मंत्री नहीं बनाया। इससे गुर्जर बिरादरी में नाराजगी है और उनमें आक्रोश भी पनप रहा है। कहीं ऐसा न हो कि गुर्जर बिरादरी की यह नाराजगी और आक्रोश आने वाले चुनाव में भाजपा के लिए परेशानी का कारण बन जाए।
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भाजपा के लिए यह बिरादरी बनी चुनौती

आम चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा के सामने जातिगत समीकरण साधना चुनौती बन गया है। एक तरफ जहां छिटके जाट वर्ग को जोड़ने की कोशिश की जा रही है वहीं गुर्जर बिरादरी ने भी नाराजगी जता दी है। बताते चलें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की करीब 40 विधानसभा सीटों पर गुर्जर चुनाव को सीधे प्रभावित करते हैं। गुर्जरों के इस रूख से भाजपा की बेचैनी बढ़ रही है।
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विधान सभा में कोर्इ प्रतिनिधि मंत्री नहीं

पश्चिम उप्र से यूपी विधानसभा में भाजपा से पांच विधायक गुर्जर बिरादरी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इनमें गुर्जर बिरादरी के नेता कहे जाने वाले अवतार सिंह भड़ाना, डॉ. सोमेंद्र तोमर, तेजपाल नागर, प्रदीप चैधरी और नंदकिशोर गुर्जर हैं। अशोक कटियार को भाजपा ने एमएलसी बनाया है। इन छह गुर्जर प्रतिनिधियों में से एक को भी भाजपा ने प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी। जिसे लेकर गुर्जर बिरादरी में शुरू से ही नाराजगी नजर आ रही है। विगत रविवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुर्जर बिरादरी के सम्मेलन में भाजपा के ही गुर्जर नेताओं ने इस उपेक्षा को लेकर अपनी ही सरकार में शिकायत कर दी। इससे भाजपा नेतृत्व की सियासी बेचैनी बढ़ गई है। यही दर्द जब उपेक्षा के शिकार होने का आरोप लगाते हुए इन गुर्जर नेताओं का सम्मेलन में सामने आया तो भाजपा नेतृत्व की आंखें खुल गई है।
गुर्जर बिरादरी भाजपा के साथ होने का दावा

मेरठ दक्षिण से विधायक और युवा गुर्जर नेता डा. सोमेन्द्र तोमर का कहना है कि बिरादरी भाजपा के साथ है। बिरादरी के लिए जितना भाजपा ने किया है उतना किसी दूसरी सरकार ने नहीं किया। गुर्जर बिरादरी 2019 में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से देश का प्रधानमंत्री बनवाएगी। अपनी बात रखने और हक मांगने का हक सभी को है। अपने लोग ही अपनों के सामने हक की बात करते हैं।
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