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गुरु पूर्णिमा विशेष महत्व आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दो प्रकार हैं। पहला तो यह कि पूर्णिमा तिथि सभी तिथियों में सबसे बड़ी मानी जाती है। इस तिथि में चंद्र की कला और ग्रह-नक्षत्र विशेष संयोग लिए हुए रहते हैं। वहीं दूसरा यह है कि इस दिन से सावन मास की शुरुआत होती है। शास्त्रों में इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि आषाढ़ पूर्णिमा के दिन अवंतिका में अष्ट महाभैरव के पूजन की कई किवदंतियां हैं। इस दिन गुरु के श्रीचरणों का पूजन करने का भी विधान है। यह भी पढ़ें