युवक की हत्या से घर में कोहराम मच गया है। मृतक युवक कुलदीप के दोस्त सुधांशु ने बताया कि उसे कुलदीप का फोन आया, जिसमें उसने उधार के रूपये लेने के लिए साथ चलने की बात कही थी। हमलावरों ने कुलदीप को पहले सकौती बुलाया था। कुलदीप जब सकौती पहुंचा तो उसे फोन कर मंदारीपुर मार्ग पर आने को कहा गया। जिसके बाद कुलदीप और उसका दोस्त सुधांशु बाइक से वहां पहुंचे तो अजित नाम का शख्स पहले से खड़ा था। कुलदीप के बाइक से उतरते ही इस बीच दो युवक ईख के खेत से निकले। दोनों के चेहरों पर नकाब थे। यह देख कुलदीप ने चिल्लाते हुए कहा भाग प्रिंस जल्दी भाग। प्रिंस तो भाग निकला, लेकिन कुलदीप को घेरकर गोलियां बरसाकर मार डाला गया।