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Weather Alert: कई शहरों में टूटा ठंड का रिकार्ड, अभी दो दिन और झेलना पड़ेगा ऐसा ही मौसम विक्टोरिया पार्क चीफ इंजीनियर ऑफिस के निकट मेरठ जोन का भंडार केंद्र बना है। दो बड़े शेड यहां बने हैं, जिसमें विद्युत विभाग का काफी नया वह पुराना सामान रखा है। इनमें ट्रांसफार्मरों का सामान, फिटिंग का सामान, बड़ी बैटरियां, एल्यूमीनियम व कॉपर की तारों के बड़े बंडल, नए लैपटॉप और कंप्यूटर समेत करोड़ों का सामान था। सोमवार की शाम करीब साढ़े सात बजे के बीच लोगों ने शेड नंंबर 2 में आग लगने की सूचना पुलिस को दी। देखते ही देखते गोदाम में भरा सामान धूं-धूं कर जलने लगा। अंदर ऐसा भी सामान मौजूद था जो आग की चपेट में आने के बाद धमाके के साथ फटने लगा। आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। दमकल की दस गाडय़ों ने 5-6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग बुझाने के लिए सेना और आरएएफ के टैंकर भी बुलाए गए।
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सर्दी और कोहरे का असर पड़ा ट्रेनों पर, छह घंटे से ज्यादा देरी से पहुंच रही विद्युत भंडार में बैटरियों और अन्य ज्वलशील पदार्थ भी थे। जिससे आग फैलती गई। इनमें धमाके भी हुए। इससे आसपास रहने वालों लोगों में अफरातफरी फैल गई। कई थानों की पुलिस भी मौके पर बुला ली गई। विभागीय अफसर भी मौके पर पहुंच गए थे। आग लगने का क्या कारण रहा, फिलहाल इस पर कोई नहीं बोल रहा। पुलिस का कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण इतनी भयावह आग लगी। पीवीवीएनएल के एमडी अरविंद मल्लप्पा बंगारी का कहना है कि आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। नुकसान का आंकलन भी संभव नहीं है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।