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हाशिमपुरा कांड को लेकर पीएसी जवानों के पक्ष में इस संगठन ने योगी सरकार से की ये बड़ी मांग, मच रही अफरातफरी

locationमेरठPublished: Nov 14, 2018 08:16:21 am

Submitted by:

sanjay sharma

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन डीएम को सौंपा
 

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हाशिमपुरा कांड को लेकर पीएसी जवानों के पक्ष में इस संगठन ने योगी सरकार से की ये बड़ी मांग, मच रही अफरातफरी

मेरठ। 31 अक्टूबर को दिल्ली हार्इकोर्ट ने हाशिमपुरा कांड के आराेपी 16 पीएसी के जवानों को उम्रकैद का फैसला सुनाया था। अब अखिल भारत हिंदू महासभा ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि वह पीएसी जवानों के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करे, ताकि सभी पीएसी के जवानों को सजा से बचाया जा सके। साथ ही यह सलाह दी है कि योगी सरकार इन जवानों को बचाने के लिए हर वह प्रक्रिया अपनाए, जिससे लोगों को सीख मिल सके, क्योंकि इन पीएसी के जवानों ने हाशिमपुरा कांड में शहर को बचाने का काम किया। 1987 में हुए शहर में साम्प्रदायिक दंगों में हिन्दुआें का काफी नुकसान हुआ था। पीएसी के जवानों ने शहर को आैर अधिक नुकसान से बचा लिया था।
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महासभा ने डीएम को दिया ज्ञापन

अखिल भारत हिंदू महासभा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन डीएम अनिल ढींगरा को दिया है। इसमें हिन्दू महासभा की आेर से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा है कि 1987 में हुए दंगों में सबसे अधिक नुकसान हिंदुआें का हुआ था। व्यापारियों की दुकानें लूटी गर्इ थी और सैकड़ों लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया गया था। जांचों में यह बात सामने भी आई, लेकिन जो इसके पीछे थे वे आज भी कानून की पकड़ से बाहर हैं। अब दिल्ली हार्इ कोर्ट ने हाशिमपुरा कांड के लेकर फैसला सुनाया है, जिसमें पीएसी के जवानों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। जबकि पीएसी के जवान निर्दोष थे। उन्होंने शहर को बचाने के लिए काफी काम किया था। ऐसे में प्रदेश सरकार को पीएसी के जवानों के पक्ष में खड़े होकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करनी चाहिए और उन्हें सजा से बचाने के लिए हर प्रक्रिया अपनानी चाहिए।
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दंगे के समय तीन दिन रहा दाउद

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि दंगे के दौरान दाऊद इब्राहिम भी तीन दिन मेरठ में रहा था, लेकिन किसी ने इस पर कभी कुछ नहीं बोला है। इसके अलावा महासभा ने शहर में हुए दंगे में अन्य कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

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