बता दें कि गोली लगने से घायल ला स्टूडेंट पराग का हॉस्पिटल में उपचार चल रहा था। जहां उसने आज दोपहर को दम तोड़ दिया। वहीं गमजदा परिजन अस्पताल पहुंचे और इंस्पेक्टर सुबोध कुमार से बात करते हुए कार्रवाई की मांग की। वहीं इंस्पेक्टर ने पीड़ित परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कंकरखेडा क्षेत्र के पावली खुर्द निवासी पराग पुत्र निरंकार सिंह शुक्रवार को अपने परिवार के साथ घर पर ही था। इसी दौरान गांव का हिस्ट्रीशीटर सनी काकरान अपने साथियों के साथ पराग के घर पहुंचा और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
यह भी पढ़े : Firing on student in Meerut : दिन निकलते ही छात्र का शरीर गोलियों से किया छलनी, ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला इलाका हिस्ट्रीशीटर ने इस दौरान दो दर्जन से अधिक फायर किए। जिसमें लॉ स्टूडेंट पराग को छह गोलियां लगीं। हत्यारों ने पराग के भाई मयंक पर को भी निशना बनाया। लेकिन वह बाल-बाल बच गया। इसके अलावा मयंक की पत्नी व बच्चों ने कमरे के अंदर छुपकर अपनी जान बचाई। आरोपी काफी देर तक फायरिंग करते रहे। ताबड़तोड़ गोलियों से गांव में दहशत का महौल है। वहीं घटनास्थल से एक दर्जन खोखे पुलिस ने बरामद किए हैं। छात्र पराग पर गोलियां बरसाने के बाद गांव में दहशत का माहौल फैल गया है। फायरिंग की आवाज सुनकर ग्रामीण घरों में कैद हो गए। इससे पहले बच्चे स्कूल जाने के लिए तैयार हो रहे थे और ग्रामीण अपने खेतों पर जाने के लिए तैयारी कर रहे थे।