मेरठ पुलिस ऑफिस में खड़ी ये महिला अपने पेपर दिखा रही है, जिसमें उसके पति ने तलाक देकर खुद को महिला से अलग कर लिया। दरअसल, मेरठ के बिसौला की रहने वाली इस पीड़िता की शादी 2 साल पहले ही फिरोज नाम के युवक से हुई थी। बताया जाता है कि उसका कारोबार ठीक नहीं चल रहा था, जिसके लिए उसने उज्मा से 5 लाख रुपए की डिमांड की। इसको देने में उज्मा के मायके वालों ने असमर्थता जताई थी । इससे नाराज होकर फिरोज ने 2 दिन पहले ही महिला को घर में जाकर तलाक बोल दिया। जिसके बाद महिला ने अपने परिजनों को इसकी सुचना दी, परिजन महिला को इंसाफ दिलाने के लिए मेरठ एसएसपी के पास पहुंचे जहां उनकी मुलाकात सोमवार को नहीं हो पाई। हालांकि, एसपी सिटी ने इस मामले में कार्रवाई करने के बात की है।
वहीं, पुलिस इस मामले को गंभीर मान रही है। साथ ही पुलिस का कहना है कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी। महिला के साथ किसी प्रकार की ना इंसाफ़ी नहीं होगी। गौरतलब है कि तीन तलाक देने वालों के खिलाफ केन्द्र सरकार लोकसभा में बिल पास कर चुकी है। इस बिल में इस तरह तलाक देने वालों के लिए तीन साल के जेल की सजा का प्रावधान है। इसके साथ इस बिल के मुताबिक एक बार में तीन तलाक देने से तलाक भी नहीं होता है।