दिल्ली में ज्वाइन की कांग्रेस भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी प्रीता हरित ने प्रिंसिपल इनकम टैक्स कमिश्नर पद से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। उन्हें उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने पार्टी में शामिल करवाया। उनको आगरा से प्रत्याशी बनाया गया है। प्रीता हरित मेरठ में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में बतौर प्रिंसपल कमिश्नर तैनात थीं। वह बहुजन सम्यक संगठन की संस्थापक भी हैं। वह दलितों के हितों के लिए भी काम करती हैं। प्रीता हरित का जन्म हरियाणा के पलवल में हुआ है। उन्होंने मात्र 22 साल की उम्र में ही सिविल सर्विसेज की परीक्षा को पास कर लिया था। 1987 बैच की आईआरएस प्रीता ने दनकौर में दलित महिलाओं पर हुए अत्याचार की कड़ी आलोचना की थी। इस मुद्दे की जांच उन्होंने सीबीआई से कराने की मांग की थी।
साबित होंगी तुरुप का पत्ता कुशल वक्ता और दलित चिंतक प्रीता के माध्यम से कांग्रेस कहीं न कहीं मायावती पूर्व मुुख्यमंत्री के लिए चुनाव में मुसीबत खड़ी कर सकती हैं। माना जा रहा है कि वह कांग्रेस के लिए तुरुप का पत्ता साबित होंगी। बताते चलें कि महागठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने का बसपा सुप्रीमो लगातार विरोध करती रही हैं। उनको कहीं न कहीं डर है कि बसपा का कैडर वोट सिखककर कांग्रेस में जा सकता है।
मायावती पर साधा निशाना वहीं, कांग्रेस अपने पुराने कैडर वोट दलित और मुस्लिमों को फिर से पाने के लिए प्रदेश में नए तेवरों के साथ आक्रामक हुई है। प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश में महासचिव बनाए जाने के बाद से तो कांग्रेस के तेवर काफी तेज हो चुके हैं। कांग्रेसी नेता अभिमन्यु त्यागी ने बताया कि मायावती जिन दलितों के दम पर मुख्यमंत्री बनी हैं। वहीं मायावती आज दलितों का शोषण कर रही हैं, लेकिन दलित अब वो दलित नहीं रहा। पढ़ा-लिखा है। दलित चिंतक प्रीता हरित का कांग्रेस में स्वागत है।