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पाली : यहाँ एक कार्यालय ऐसा जहाँ कोई नहीं लेता पैसा

प्रमोद श्रीमाली  जालोर . सामान्य रूप से सेवानिवृत्ति के बाद सुबह से शाम तक कार्यालय की दिनचर्या से दूर होकर व्यक्ति स्वयं को या तो अकेला महसूस करने लगता है या फिर अपने घरेलू कार्यों में व्यस्त हो जाता है। एेसे में उसकी क्रियाशीलता निरन्तर घटती जाती है। लेकिन, जालोर में वरिष्ठ नागरिकों ने मिलकर […]

पालीOct 01, 2016 / 06:43 pm

rajendra denok

प्रमोद श्रीमाली 

जालोर . सामान्य रूप से सेवानिवृत्ति के बाद सुबह से शाम तक कार्यालय की दिनचर्या से दूर होकर व्यक्ति स्वयं को या तो अकेला महसूस करने लगता है या फिर अपने घरेलू कार्यों में व्यस्त हो जाता है। एेसे में उसकी क्रियाशीलता निरन्तर घटती जाती है। लेकिन, जालोर में वरिष्ठ नागरिकों ने मिलकर एक अनूठी पहल की और अपना सुकून भरा मुकाम बना लिया। आज यहां बाकायदा कार्यालय की तरह काम-काज होता है। एक भवन में संचालित इस कार्यालय को वाचनालय का रूप दिया गया है। यहां सेवानिवृत्त अधिकारी व कर्मचारी एक कार्यालय की भांति अनुशासित तरीके से निर्धारित समय पर आते हैं, उपस्थिति रजिस्ट्रर में हस्ताक्षर करते हैं तथा हॉल में लगी टेबलों पर बडी तादाद में रखी हुई पत्र-पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों आदि को रुचि के अनुसार पढ़ते हैं। जालोर में गत वर्ष अन्तरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस से शुरू हुए जालोर के इस वाचनालय में एक कक्ष में बाकायदा एक कम्प्यूटर सेट लगा हुआ है जहां पर सेवा सम्बन्धी कार्य भी किए जाते हैं। कार्यालय की तरह बकायदा आने वाली पत्र पत्रिकाओं की हाजरी से लेकर उनकी फाइलिंग तक का कार्य किया जाता है।
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 जिला मुख्यालय के शिवाजी नगर में स्थित राजेन्द्रसूरिजी डीपी बोहरा स्मृति कुंज में ‘ओल्ड एज डे केयर होम’ की अवधारणा पर आधारित सीनियर सिटीजन सार्वजनिक वाचनालय का जालोर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जालोर विकास समिति के बैनर तले गत वर्ष तत्कालीन जिला कलेक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने 1 अक्टूबर ने विधिवत शुभ्भारभ्भ किया था। वरिष्ठ लेखाधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए जालोर के ईश्वरलाल शर्मा के नेतृत्व में इसका संचालन किया जा रहा है। प्रबंधन का कार्य ऋषिकुमार दवे मानद् रूप से कर रहे हैं। वाचनालय प्रतिदिन दोपहर 12.00 बजे से संायकाल 4.00 बजे तक खुलता है तथा रविवार को अवकाश रहता है। वाचलनालय में 7 दैनिक समाचार पत्र एवं 26 साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक एवं द्वैमासिक पत्र-पत्रिकाएं आती हैं। तत्कालीन जिला कलक्टर सोनी ने अपनी तरफ से इंडिया टुडे का एक वर्ष का शुल्क देकर श्री गणेश किया। अन्य इच्छुक लोगों ने भी वाचनालय की आवश्यकता के अनुसार एक-एक वर्ष का अग्रिम शुल्क दिया जबकि अन्य दानदाताओं ने दरी से लेकर कुर्सियां, टेबल, आलमारियां, कूलर, वाटर कूलर, कम्प्यूटर मय प्रिन्टर आदि उपलब्ध करवाए।
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वाचनालय के नियमित सदस्य 68 वर्षीय रामजीवन फिडोदा बताते हैं कि यह स्थान सेवानिवृत्त लोगों के लिए बहूपयोगी है घर की किच-किच से दूर इस स्थान पर सुकुन मिलता है। केन्द्रीय सेवा से सेवानिवृत्त पोस्ट मास्टर पुखराज शर्मा कहते हैं कि इतनी बडी संख्या में विभिन्न प्रकार की पत्र-पत्रिकाएं एक ही स्थान पर मिल जाना जालोर के लिए अद्भुत है। सदस्य सूरजप्रकाश का कहना है कि सेवा सम्बन्धी मार्गदर्शन के लिए सेवानिवृत्तों के लिए अंधकार में प्रकाश के समान है। जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता के पद से सेवानिवृत्त हुए 65 वर्षीय लक्ष्मण सुन्देशा के अनुसार यह स्थान एक प्रकार से सकारात्मक उर्जा देने वाला स्थान है। वाचनालय के विस्तार के अगले चरण में सीए मोहन पाराशर एवं वरिष्ठजन नारायणलाल भट् के प्रयासों से क्षेत्रीय सांसद देवजी पटेल ने भी सांसद निधि मद से 11 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। इससे यहां एक हॉल का निर्माण करवाया जाएगा। 
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