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अखिलेश ने लोक सभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए बनाया ये प्लान, पार्टी नेताआें को दिए ये आदेश, देखें वीडियो इन सभी ने जोरदार तरीके से मेरठ और आसपास के जिलों में चल रहे अवैध बूचड़खानों को 72 घंटे मे बंद करने का अल्टीमेटम दे डाला। जैन मुनि ने कहा कि अगर 72 घंटे में सरकार ने बूचड़खानों पर ताले नहीं डाले तो जोरदार तरीके से आंदोलन होगा। सामाजिक संगठनों और जैन मुनि की चेतावनी के बाद सिटी मजिस्ट्रेट शैलेन्द्र सिंह ने आंदोलनरत सामाजिक संगठनों को आश्वस्त किया कि पानी का सेंपल लेकर जांच के बाद कार्रवाई होगी। मेरठ सहित पश्चिम उप्र के कई जिलों में अवैध बूचड़खानों को लेकर ग्रामीणों ने जिला-प्रशासन को निशाने पर लिया। पर्यावरण सुधार संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित इस जनसभा को संबोधित करते हुए जैनमुनि महाराज ने कहा कि वे अवैध बूचड़खानों की बंदी को लेकर कई साल से संघर्ष कर रहे हैं।
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मर्सीडीज कार खरीदने के लिए मायावती के करीबी रहे इस पूर्व सांसद के रिश्तेदार से मांगी रंगदारी, देखें वीडियाे उन्होंने बताया कि वे बूचड़खानों को बंद कराने के लिए 2011 और 2015 में आंदोलन चला चुके हैं। जैनमुनि मैत्री प्रभसागर महाराज ने जनसभा में ऐलान किया कि कुछ भी हो। प्रशासन 72 घंटे में बूचड़खानों को बंद कराए। वे किसी भी कीमत पर जीव हत्या और बूचड़खानों से प्रदूषण को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पर्यावरण सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष रविन्द्र गुर्जर ने कहा कि इससे पूर्व प्रशासन को ज्ञापन दिया जा चुका है। मेरठ जिले के ग्रामीण क्षेत्र का पानी पीने योग्य नहीं रह गया है। अवैध रूप से चल रहे मीट प्लांटों का पानी जमीन के भीतर गिराया जा रहा है, जिससे पीने का पानी जहरीला होता जा रहा है। इसके कारण गांव-गांव में जानलेवा बीमारियां पैर पसार रही हैं।