उन्होंने कहा कि ये एक ऐसा निर्णय है जिसका स्वागत सभी को करना चाहिए। एक आदिवासी महिला होते हुए भी कठिन परिस्थितियों में द्रोपदी मुर्म ने आज इस देश के सर्वोच्च पद की उम्मीदवारी पर पहुंचीं हैं ये उनकी सेवा की मिसाल है। उन्होंने कहा कि द्रोपदी मुर्मू अध्यापक रही और जिन घरेलू परिस्थितियों में उन्होंने यह मुकाम हासिल किया ये प्रत्येक महिला के लिए एक प्रेरणादायक है। केरल के राज्यपाल ने कहा कि आने वाले जुलाई महीने में झोपड़ी में पैदा होने वाली एक बच्ची भारत की राष्ट्रपति होंगी।
यह भी पढ़े : Protest Against Agneepath in Meerut : अग्निपथ के विरोध में भाकियू का प्रदर्शन,राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन केंद्र सरकार की सेना में भती की योजना अग्निपथ के बारे में आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि बिना सोचे समझे किसी के बहकावे में आकर देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना देश के साथ धोखा है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। अपनी बात कहने के और भी तरीके हैं। हिंसा और देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर अपनी बात को रखना देश और लोकतंत्र के प्रति विश्वासघात है। फैसले हिंसा के माध्यम से नहीं होंगे। खान ने यूपी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि शांति व्यवस्था कायम करना सरकार का कार्य है और हर राज्य सरकार का फर्ज है कि वह अपने राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखे।