करीब 11 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया गया। तेंदुए को देखने के लिए उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी। पकड़े गए तेंदुआ का नाम पल्लव रखा गया है। इसका नाम पल्लव इसलिए रखा गया क्योंकि यह पल्लवपुरम से पकड़ा गया है। इसको शिवालिक के जंगल में छोड़ा गया है। वन विभाग ने इसको छोड़ने के लिए तीन रेंज तय किए है। जहां तेंदुए के लिए बेहतर माहौल और भरपूर मात्रा में भोजन उपलब्ध है।
यह भी पढ़े : Leopard enter Meerut : तेंदुआ आधा घंटे तक मचाता रहा उत्पात पिंजरा तोड़कर हुआ गायब,पूरे इलाके में दहशत इसके बाद तय हुआ कि इसको शिवालिक के जंगल में छोड़ा जाए। डीएफओ राजेश कुमार बताया कि देर रात मेरठ से तीन वाहनों के साथ इसको सहारनपुर रवाना किया गया। तेंदुए को विशेष पिजरें में रखा गया था। जिसे रास्ते में खाना भी दिया। चार साल की उम्र एवं 80 किलो वजन के इस तेंदुए को वन विभाग ने पल्लवपुरम में घंटों चले आपरेशन के बाद रेस्क्यू किया।