यह भी पढ़ेंः मेरठ में बच्चों आैर बड़ों ने एेसे मनाया र्इद-उल-अजहा, देखें तस्वीरें बड़े नेता हैं हज पर हालांकि सभी दलों के बड़े नेता और मुस्लिम नेता इन दिनों हज की यात्रा पर हैं। इसलिए दलों के कैंप में जो भी नेता मौजूद रहे उन्हाेंने अन्य दलों के लोगों को गले लगाने और ईद की मुबारकबाद देने में तनिक भी संकोच नहीं किया।
यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल इन्हें ही क्यों बनाया गया, दोस्तोें ने खोला राज, आप भी दंग रह जाएंगे नहीं दिखे भाजपा नेता और कार्यकर्ता प्रदेश में सरकार किसी भी दल की रही हो। मेरठ की शाही ईदगाह में हमेशा से उसका कैंप लगता आया है। अधिकांश प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी इसी कैंप का हिस्सा बनते थे, लेकिन पिछले साल से देखने को मिल रहा है कि भाजपा का कोई कैंप ईदगाह पर नहीं लगाया जाता। हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है। भाजपा ने कभी अपना कैंप ईदगाह पर नहीं लगाया, लेकिन लोगों का कहना है कि सत्तारूढ़ दल होने के नाते तो कैंप लगाया जाना चाहिए। हालांकि महागठबंधन का यह चेहरा बकरीद पर देखने के बाद भाजपाइयों में इसकी चर्चा जरूर रही।
राजनीतिक दलों के नेताआें ने कहा समाजवादी पार्टी के आदिल चैधरी ने कहा कि ईद जैसे पाक मौके पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस बार हम सब ने एक-दूसरे को गले लगकर मुबारकबाद दी है। वहीं रालोद के राष्ट्रीय महासचिव डा. मैराजुद्दीन ने कहा कि सभी दलों को त्योहारों के पाक मौके पर मुबारकबाद देनी चाहिए। इस बार भी यही किया गया है। इससे चुनाव का कोई मतलब नहीं है। महाठबंधन तो बन ही गया है भाजपा काे जमीन में लगाने के लिए। कांग्रेसी नेता मोईनुददीन गुड्डू ने कहा कि कांग्रेस का कैंप तो हमेशा से लगता रहा है। कांग्रेसी तो ईद की मुबारकबाद हमेशा से देते आए हैं। इस बार नजारा कुछ बदला सा जरूर दिखा। ऐसे मौके पर सियासत ठीक नहीं।