जिलाधिकारी के0 बालाजी ने बताया कि हस्तिनापुर को आईकोनिक साईट के रूप में विकसित किया जायेगा। जिससे पर्यटन, सर्वेक्षण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए हस्तिनापुर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) द्वारा पुरातात्विक स्थल म्यूजियम (आर्केलोजिकल साईट म्यूजियम) बनाया जायेगा। इस म्यूजियम में देश के गौरवशाली विरासत को तथा खुदाई में मिल रहे अवशेषों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। बता दें कि हस्तिनापुर हमेशा से उपेक्षित रहा है। यहां पर जैन धर्म के काफी तीर्थ पर्यटन स्थल हैं। प्रदेश में पिछले कई दशकों से सरकारें आई लेकिन हस्तिनापुर हमेशा ही उपेक्षित रहा। जबकि यह देश का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यहां पर महाभारत कालीन अवशेष पुरातत्व विभाग द्वारा की गई खुदाई में मिले हैं।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने उक्त म्यूजियम के लिए 05 एकड़ भूमि को चिन्हित करने के लिए एसडीएम मवाना, पर्यटन विभाग व एएसआई को निर्देशित किया। उन्होेने बताया कि जमीन चिन्हांकन कर प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। म्यूजियम बनाने व उसमें प्रदर्शित की जाने वाली विभिन्न चीजो का कार्य भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर एसडीएम मवाना अमित कुमार गुप्ता, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अंजू चौधरी, एसडीओ फोरेस्ट सुभाष चौधरी, आरएसओ जी0डी0 बारीकी, राजकीय संग्रहालयाध्यक्ष पतरू सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे।