scriptआईकोनिक साइट के रूप में विकसित होगा हस्तिनापुर,बनेगा महाभारत कालीन म्यू जियम | Mahabharata carpet museum to be built in Hastinapur | Patrika News

आईकोनिक साइट के रूप में विकसित होगा हस्तिनापुर,बनेगा महाभारत कालीन म्यू जियम

locationमेरठPublished: Feb 18, 2022 08:36:38 pm

Submitted by:

Kamta Tripathi

पांडवों और कौरवों का इतिहास समेटे और महाभारत की गाथा की गवाह रही हस्तिनापुर अब आइकोनिक साइट के रूप में विकसित होगा। यहां पर महाभारत कालीन म्यूजियम बनाया जाएगा। इस म्यूजियम में महाभारत कालीन जो पुरातन वस्तुएं खुदाई के दौरान मिली हैं। उनको सहेजा जाएगा। जिलाधिकारी ने बैठक कर दिये म्यूजियम के लिए जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं।

आईकोनिक साइट के रूप में विकसित होगा हस्तिनापुर,बनेगा महाभारत कालीन म्यू​जियम

आईकोनिक साइट के रूप में विकसित होगा हस्तिनापुर,बनेगा महाभारत कालीन म्यू​जियम

भारत सरकार द्वारा हस्तिनापुर को आईकोनिक साईट के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। जिससे पर्यटन,सर्वेक्षण आदि को बढ़ावा मिलेगा। हस्तिनापुर में 5 एकड की भूमि पर पुरातात्विक स्थल म्यूजियम (आर्केलोजिकल साईट म्यूजियम) बनाया जायेगा। जिलाधिकारी के0 बालाजी ने आज अपने कार्यालय कक्ष में हस्तिनापुर में पुरातात्विक साईट म्यूजियम बनाने के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक कर भूमि का जल्द से जल्द चिन्हांकन कर प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने बताया कि हस्तिनापुर को आईकोनिक साईट के रूप में विकसित किया जायेगा। जिससे पर्यटन, सर्वेक्षण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए हस्तिनापुर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) द्वारा पुरातात्विक स्थल म्यूजियम (आर्केलोजिकल साईट म्यूजियम) बनाया जायेगा। इस म्यूजियम में देश के गौरवशाली विरासत को तथा खुदाई में मिल रहे अवशेषों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। बता दें कि हस्तिनापुर हमेशा से उपेक्षित रहा है। यहां पर जैन धर्म के काफी तीर्थ पर्यटन स्थल हैं। प्रदेश में पिछले कई दशकों से सरकारें आई लेकिन हस्तिनापुर हमेशा ही उपेक्षित रहा। जबकि यह देश का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यहां पर महाभारत कालीन अवशेष पुरातत्व विभाग द्वारा की गई खुदाई में मिले हैं।

जिलाधिकारी के0 बालाजी ने उक्त म्यूजियम के लिए 05 एकड़ भूमि को चिन्हित करने के लिए एसडीएम मवाना, पर्यटन विभाग व एएसआई को निर्देशित किया। उन्होेने बताया कि जमीन चिन्हांकन कर प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। म्यूजियम बनाने व उसमें प्रदर्शित की जाने वाली विभिन्न चीजो का कार्य भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर एसडीएम मवाना अमित कुमार गुप्ता, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अंजू चौधरी, एसडीओ फोरेस्ट सुभाष चौधरी, आरएसओ जी0डी0 बारीकी, राजकीय संग्रहालयाध्यक्ष पतरू सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे।
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