अवैध हथियार बनाने और सप्लाई करने से पहले वह बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, दिल्ली समेत कई प्रांतों में फेरी लगाकर कपड़े बेचने का काम करता था। इस दौरान बिहार के मुंगेर में सादुल्ला से मुलाकात के बाद कपड़े की गठरी में छिपाकर हथियारों की तस्करी शुरू कर दी। शुरुआत में दो-तीन पिस्टल मुंगेर से मेरठ लाकर एक पिस्टल को 10 से 15 हजार रुपये में बेच देता था। इसके बाद उसने पड़ोसी जिले गाजियाबाद के मुरादनगर में एक प्लाट खरीदकर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री लगा ली। जहां पर वह मुंगेर से पिस्टल की बाडी और स्लाइड लाकर पिस्टल असेंबल करके बेचने का काम करता था। यहां के अलावा उसकी मेरठ में भी तीन फैक्ट्री अवैध हथियारों की चल रही थी।
यह भी पढ़े : ground breaking ceremony: यूपी 3.0 ग्राउण्ड ब्रेकिंग समारोह में मेरठ के व्यापारियों ने दिखाया उत्साह लिसाड़ी गेट क्षेत्र में वर्ष 2019 और नौचंदी क्षेत्र में 2020 में छापेमारी कर पुलिस ने उसकी असलाह फैक्ट्री की पकड़ी थीं। इन मामलों में उसकी पत्नी और दामाद जेल जा चुके हैं। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने बताया कि सात दिन पहले जेल से छूटने के बाद फिर से जहीरुद्दीन ने हथियार सप्लाई का धंधा शुरू कर दिया था। हरियाणा पुलिस जहीरुददीन को अपने साथ ले गई है। वह वहां के मुकदमे में वांछित चल रहा था। गाजियाबाद पुलिस ने 13 अप्रैल को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उस समय दुबई भागने की फिराक में था। उसका पासपोर्ट भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।