मृतक के बेटे रविंद्र ने बताया कि उसके पिता को एक साल पहले कुछ रुपयों की जरूरत हुई। उन्होंने शेर गढी के रहने वाले एक शख्स से 1 लाख रुपये उधार ले लिए। हर महीने ब्याज देना होता था। वह देते रहे। एक साल के अंदर दोगुनी से ज्यादा रकम वापस कर चुके थे। इसके बावजूद सूदखोर उनसे और रुपये मांगता। इसके चलते उसके पिता तनाव में रहने लगे थे।
मृतक के बेटे का कहना है कि उनके पिता ने परिवार को तो कुछ बताया तक नहीं। मंगलवार सुबह वे अपने कमरे में गए और फांसी पर लटक गए। उनको तुरंत उतारकर डॉक्टरों को दिखाया, हर संभव कोशिश की मगर उनकी जान नहीं बचा सके। बाद में पता चला कि सूदखोर से परेशान होकर उन्होंने खुदकशी कर ली थी। रविंद्र ने थाना मेडिकल में सूदखोरों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।