मेरठ और आसपास के जिलों में भादों के महीने में भी बीते साल अच्छी बारिश हुई थी। किसानों को भी उम्मीद है कि अगस्त में बारिश बेहतर हो जाने के बाद उनके लिए आसानी रहेगी। पांच साल में मेरठ के लिए यह पहला मौका है जब सावन सूखा बीता हो। भादों माह में तेज उमस भरी गर्मी का सामना जनपदवासी कर रहे हैं। बादल घिर कर आ रहे हैं लेकिन बारिश नहीं हो रही है। पिछले साल 2019 में जुलाई में औसत की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक बारिश हुई थी। वहीं 2019 में अगस्त में औसत बारिश 264 मिमी रिकार्ड की गई थी।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक अगले तीन दिनों तक बादलों की लुकाछिपी बनी रह सकती है। छिटपुट बूंदाबांदी के साथ तेज बारिश के भी आसार बने हुए हैं। मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि मेरठ में भले ही सावन के महीने में सामान्य से कम बारिश देखी गई है। ऐसा पिछले 25 वर्षों में पहली बार हुआ है।
बंगाल की खाड़ी में सक्रिय निम्न दबाव का क्षेत्र का प्रभाव एनसीआर के मौसम को प्रभावित करेगा। इससे शनिवार की तुलना में रविवार को अच्छी बारिश के आसार हैं। हालांकि गुरुवार सुबह से ही तेज धूप और उमस के चलते लोगों को गर्मी से दो—चार होना पड़ रहा है। जिसके चलते सड़कों पर लॉकडाउन जैसे हालात बने हुए हैं। जिले में आज सुबह तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम 27 डिग्री रिकार्ड किया गया। वहीं एक्यूआई 22 है। जो कि जिले के लोगों की सेहत के लिए सर्वोत्तम है।