परिजनों ने डीआर्इजी पर लगाए आरोप मेरठ के रिठानी गांव निवासी संदीप 2013 में सीआरपीएफ में सब-इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती हुए थे। हाल ही में उनकी पदोन्नति हुई थी। इससे पहले वह दिल्ली पुलिस में सिपाही थे। 2010 से 2013 तक वहां नौकरी की। उनकी शादी बागपत निवासी रविता से हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। उनका बड़ा भाई दिनेश गिरि नौसेना में हैं। छोटे भाई की मौत की खबर सुनते ही वह देर शाम गांव पहुंचे। इंस्पेक्टर का पार्थिव शरीर मेरठ लाया गया। जहां उसके गांव में अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। संदीप गिरि जोधपुर में सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। परिजनों ने आरोप लगाए है कि संदीप को उनके डीआईजी ने प्रताड़ित किया। जिसके चलते वह काफी परेशान चल रहा था। मृत्यु होने से पहले संदीप ने अपने घर फोन पर बात की थी।
छुट्टी नहीं देने का लगाया आरोप जिसमें उसने परिजनों से मानसिक रूप से परेशानी का जिक्र किया था। संदीप ने परिजनों को बताया था कि उसका अधिकारी उसको बहुत परेशान करता है। जिसके चलते वह तनाव में है। मृतक संदीप के परिजनों का कहना है कि उसकी हत्या की गई है। उसने आत्महत्या नहीं की है। परिजनों ने कहा कि संदीप का अधिकारी उसको छुट्टी नहीं देता था। उससे अतिरिक्त काम करवाता था। जिसके चलते वह परेशान था। गांववासियों का कहना है कि संदीप बहुत मिलनसार युवक था। वह आत्महत्या नहीं कर सकता।