17 दिसंबर को हुई थी वारदात 17 दिसंबर को थाना नौचन्दी स्थित सेंट्रल मार्केट में रतिराम अनिल कुमार ज्वैलर्स के यहां तीन हथियारबंद बदमाशों ने करीब 1 करोड़ की ज्वैलरी और लाखों का कैश लूट लिया था। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया गया था। क्राइम ब्रांच और थाना नौचंदी ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा पकड़े गए अन्य आरोपियों के नाम रांझा निवासी दिल्ली, मधुर वर्मा निवासी शाहदरा (दिल्ली), सचिन निवासी फर्श बाजार (दिल्ली) हैं। आरोपी अक्षय खंदक बाजार थाना कोतवाली मेरठ का मूल निवासी है। सर्राफा बाजार घंटाघर मेरठ पर उसने करीब 5 साल तक कारीगरी का काम किया था। फिर उसका पूरा परिवार मेरठ से शिफ्ट होकर तेलीवाड़ा थाना फर्श बाजार शाहदरा दिल्ली में रहने लगा।
सट्टे में हुआ था घाटा दिल्ली में उसने क्रिकेट मैच के सट्टे का काम शुरू कर दिया। इसमें उसे करीब 26 लाख रुपये का कर्ज हो गया। कर्ज चुकाने के लिए उसने साथियों के साथ मिलकर मेरठ में सुनार की दुकान लूटने की योजना बनाई। योजना के अनुसार वे 6-7 माह से सुनारों की दुकानों की रेकी करते रहे। उन्होंने सेंट्रल मार्केट में स्थित रतिराम अनिल कुमार ज्वैलर्स की दुकान के आस-पास भी रेकी की। उन्होंने पाया कि वहां कोई गनमैन या गार्ड नहीं है। दुकान के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे थे। उनका एक साथी शुभम सीसीटीवी कैमरों का काम जानता था। उसने कहा कि वह डीवीआर ले लेगा, जिससे किसी तरह की फुटेज नहीं मिलेगी।
कई बार की दुकान की रेकी लगभग छह माह पहले दुकान को अंदर से देखने के लिए वे अंगूठी और चेन बनवाने के बहाने से वहां गए। वहां उन्होंने दुकानदार से बातचीत की और पांच हजार रुपये जमा कराकर चले गए। तीन दिन बाद दोबारा रेकी करने की नीयत से वे फिर वापस उसी दुकान पर गए। उन्होंने अपना ऑर्डर कैंसिल कराकर अपने पांच हजार रुपये वापस ले लिए। इसके बाद 17 दिसंबर को शुभम व रांझा लाल रंग की अपाचे मोटरसाइकिल से और मधुर एक्टिवा से शाहदरा से सुबह करीब 9 बजे चले थे। दोपहर करीब 1.20 बजे जब बाजार में लोगों का आवागमन कम था तो उन्होंने दुकान में घुसकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने उनसे लूट का 32 लाख रुपये का सामान भी बरामद किया है। पुलिस ने उनसे 11 लाख रुपये समेत सोना और चांदी बरामद किया है।
पहचान छुपाने के लिए दाढ़ी और बाल कटवाए एडीजी ने कहा कि घटना के बाद आरोपी दिल्ली चले गए थे। पहचान छुपाने के लिए इन्होंने दाढ़ी और बाल कटवा लिए थे। इसके बाद ये कई जगह छुपते रहे। पुलिस टीम उनके पीछे लगी हुई थी। दो आरोपी अभी फरार चल रहे हैं। इन लोगों ने दिल्ली में भी वारदात की है। सरकार की तरफ से अपर मुख्य सचिव गृह ने खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार रुपये नगद, पुलिस उपमहानिदेशक उत्तर प्रदेश ने 50 हजार रुपये नगद और उत्कृष्ण कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।