ईस्टर्न और वेस्टर्न को कनेक्ट करेगा कॉरिडोर कम समय और लागत में मुंबई तक सामान पहुंचाने का सपना जल्द साकार होने वाला है। दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे (Delhi-Mumbai Industrial Corridor) से मेरठ को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के माध्यम से जोड़ा जा रहा है। ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर दादरी में एक साथ इंटर कनेक्ट होंगे। दादरी में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब और इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, रैपिड रेल, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उपयोग किया जाएगा।
लुधियाना से दानाकुनी तक बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में मेरठ को शामिल किया गया है। इसके लिए मेरठ में स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें मेरठ न्यू कैंट और दौराला में 1500 वर्ग मीटर में स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है।
खुर्जा-सहारनपुर जून 2022 तक होगा पूरा ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर खुर्जा से आगे दादरी में पहुंचकर कोलकाता के लिए चला जाता है। लुधियाना से आने वाला सामान वाया मेरठ होकर दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे में पहुंच सकेगा। खुर्जा से सहारनपुर तक लगभग 250 किमी के चरण को जून-2022 तक पूरा किया जाना है।
हर माह 500 करोड़ के सामान का निर्यात आईआईए अध्यक्ष सुमनेश अग्रवाल ने बताया कि मेरठ से खेल उत्पाद, कपड़ा, कॉरपेट, ट्रांसफार्मर उपकरण, मशीनरी, ट्रैक्टर उपकरण, केमिकल, दवाइयां, जिम उपकरण आदि सामान को अन्य राज्यों में भेजा जाता है। हर महीने मेरठ से 500 करोड़ रुपये का सामान अन्य राज्यों को भेजा जाता है।