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दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर से जुड़ेगा मेरठ, 110 किमी की रफ्तार से दौड़ेंगी माल गाड़ियां

locationमेरठPublished: Nov 01, 2021 12:37:14 pm

Submitted by:

lokesh verma

दानाकुनी से लुधियाना तक बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम अब मेरठ तक पहुंच चुका है। कॉरिडोर पर तेजी से काम चल रहा है। अलीगढ़-प्रयागराज रूट पर कई जगहों पर पटरी बिछाने का काम चल रहा है। इस रेल कॉरिडोर के बन जाने के बाद इस पर 110 की रफ्तार से माल गाड़ियां दौड़ सकेंगी। जिससे समय के साथ किराया भी बचेगा।

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मेरठ. ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Eastern Dedicated Freight Corridor) करीब 2700 किमी लंबा होगा। ये कॉरिडोर कई राज्यों से होकर गुजरेगा। यह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों के साथ पश्चिमी यूपी के जिलों से भी होकर निकलेगा। इसके लिए मेरठ (Meerut) न्यू कैंट और दौराला में 1500 वर्ग मीटर में स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना में 200 वर्ग किमी के छह निवेश क्षेत्र बनाए गए हैं। यह कॉरिडोर जापान के टोक्यो से लेकर अलास्का के बीच बनाए गए कॉरिडोर की तर्ज पर बन रहा है।
ईस्टर्न और वेस्टर्न को कनेक्ट करेगा कॉरिडोर

कम समय और लागत में मुंबई तक सामान पहुंचाने का सपना जल्द साकार होने वाला है। दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे (Delhi-Mumbai Industrial Corridor) से मेरठ को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के माध्यम से जोड़ा जा रहा है। ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर दादरी में एक साथ इंटर कनेक्ट होंगे। दादरी में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब और इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, रैपिड रेल, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उपयोग किया जाएगा।
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1500 वर्ग मीटर में बन रहे न्यू कैंट और दौराला स्टेशन
लुधियाना से दानाकुनी तक बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में मेरठ को शामिल किया गया है। इसके लिए मेरठ में स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें मेरठ न्यू कैंट और दौराला में 1500 वर्ग मीटर में स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है।
खुर्जा-सहारनपुर जून 2022 तक होगा पूरा

ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर खुर्जा से आगे दादरी में पहुंचकर कोलकाता के लिए चला जाता है। लुधियाना से आने वाला सामान वाया मेरठ होकर दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे में पहुंच सकेगा। खुर्जा से सहारनपुर तक लगभग 250 किमी के चरण को जून-2022 तक पूरा किया जाना है।
हर माह 500 करोड़ के सामान का निर्यात

आईआईए अध्यक्ष सुमनेश अग्रवाल ने बताया कि मेरठ से खेल उत्पाद, कपड़ा, कॉरपेट, ट्रांसफार्मर उपकरण, मशीनरी, ट्रैक्टर उपकरण, केमिकल, दवाइयां, जिम उपकरण आदि सामान को अन्य राज्यों में भेजा जाता है। हर महीने मेरठ से 500 करोड़ रुपये का सामान अन्य राज्यों को भेजा जाता है।

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