दरअसल, बंदर के सैंपल छीनने की यह घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है। जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों के संज्ञान में आया। वीडियो में बंदर पेड़ पर बैठा नजर आया। वह सैंपल कलेक्शन किट को दांतों से चबा रहा है। मेडिकल के प्राचार्य डॉ. एसके गर्ग का कहना है कि उनके पास भी इस तरह का वीडियो आया था। जांच में ये कोरोना के नहीं बल्कि अन्य मरीजों के ब्लड के सैम्पल थे। इसमें घबराने जैसी कोई बात नहीं है।
वहीं, इस मामले में यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि मेरठ मेडिकल कॉलेज में एक बंदर कोरोना मरीजों के सैम्पल्स लेके भाग गया। मेरठ में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ा है और लापरवाही का आलम देखिए। खैर सरकार इस पर भी नया झूठ लेकर आएगी।