यह है पूरा मामला
मन्नू बेगमपुल नाला रोड पर बेल्ट बेचता है। मन्नू के बरामदे में राजेश चश्मे की दुकान लगाता है। मन्नू के मुताबिक तीन युवक मंगलवार शाम को वहां पहुंचे। बेल्ट और चश्मा खरीदने की बात करने लगे। मन्नू ने बताया कि पैसों को लेकर विवाद के बाद उन्होंने चश्मा लेने से मना कर दिया। इसके बाद भी जेब में चश्मा रखकर ले जाने लगे। टोकने पर उन्होंने चश्मा निकालकर वापस दे दिया। वेकिन इस दौरान दुकानदारों की उनसे बहस हो गई। इस पर युवकों ने हॉस्टल से दूसरे छात्रों को फोन करके बुला लिया। छात्रों ने वहां पहुंचते ही दुकानदारों को पीटना शुरू कर दिया। बेल्ट आदि मारकर मन्नू का सिर फोड़ दिया। लेकिन पुलिस ने भाजपा विधायक का नाम आने पर खेल कर दिया। पुलिस ने छात्रों का मेडिकल कराकर उल्टा दुकानदारों को ही आरोपी बना दिया है। पुलिस का कहना है कि दुकानदारों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। हालांकि, इस मामले में पीड़ित ने एसएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।
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पुलिस की एकतरफा कार्रवाई से लोगों में गुस्सा
लोगों की सूचना पर लालकुर्ती पुलिस मौके पर पहुंची तो एक युवक रवि निवासी फलावदा ने खुद को विधायक हस्तिनापुर दिनेश खटीक का भतीजा बताया। पुलिस दोनों पक्षों के घायलों को लालकुर्ती थाने ले गई। मन्नू का सिर फूटने के वजह से उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। उसके सिर में छह टांके आने के बाद भी पुलिस ने उसके साथ ही नवाज, आसिफ और आबिद को हिरासत में ले लिया। पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई से नाराज दूसरे पक्ष का कहना है कि भाजपा विधायक के रिश्तेदार का नाम आने पर पुलिस ने उन्हें ही पकड़ लिया। रवि और उसके गुंडे दोस्तों दोस्तों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बताया जाता है कि ये सभी छत्र चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एमएससी की पढ़ाई कर रहे हैं।