अब लिया जाएगा पानी का भी हिसाब, इन 10 जिलों के नगर निगम देंगे रिपोर्ट
पंचमहायोग का ये संयोग करीब 153 वर्ष बाद पड़ रहा है। पंडित भारत भूषण के अनुसार इस तिथि विशेष पर गंगा स्नान-दान और विद्या की देवी मां सरस्वती के पूजन का विधान है। इस बार वसंत पंचमी का स्नान-व्रत पर्व 16 फरवरी को पड़ रहा है। पंचमी तिथि 15 फरवरी की देर रात 2.45 बजे लग रही है जो 17 की भोर 4.34 बजे तक रहेगी। इस बार विशेष यह कि पर्व विशेष पर ‘शुभ’ नामक दुर्लभ योग बन रहा है।आगरा में सेना भर्ती आज से शुरू, पहले दिन कासगंज और पटियाली के अभ्यर्थियों की होगी दौड़
ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार मंगलवार का दिन, रेवती नक्षत्र और मकर राशि में सूर्य व गुरु की मौजूदगी में इस बार वसंत पंचमी मनाई जाएगी। पंच योग रहने की वजह से इसके महत्व में और वृद्धि हो गई है। ज्योतिषाचार्य अनिल शास्त्री के अनुसार विष्कुंभादि 27 योगों में ‘शुभ’ योग पूरे दिन रहेगा। इस दौरान संपन्न किए जाने वाले कार्य लोक में प्रसिद्धि देते हैं। व्यक्ति के ग्लैमर को बनाने में यह योग अच्छा सहयोग प्रदान करता है।वसंत पंचमी ऐसी तिथि है जिस दिन विद्यारंभ संस्कार, अन्नप्राशन, मुंडन, जनेऊ, विवाह, गृहप्रवेश आदि सभी मंगल कार्य किए जा सकते हैं। वसंत पंचमी के दिन वैवाहिक मुहूर्त भी है।