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बता दें कि इससे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के रहने वाले सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के नए राज्यपाल बनाए गए थे। सत्यपाल मलिक भी मेरठ कालेज के पुरातन छात्रों में एक रहे हैं। ईस्टर्न कचहरी रोड निवासी न्यायमूर्ति पंकज मित्तल ने 12वीं तक की पढ़ाई सेंट मैरीज से की। इसके बाद वे स्नातक करने इलाहाबाद चले गए। उन्होंने सन 1985 में मेरठ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की। वर्ष 2006 में उनका चयन एडिशनल डिस्ट्रिक जज के पद पर हुआ। वे अब इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सीनियर जज के पद पर थे। उनके पिता नरेंद्र नाथ मित्तल भी हाईकोर्ट में जज रहे। मेरठ कॉलेज का बीएनएम हॉस्टल उनके दादा ब्रजनाथ मित्तल के नाम पर है। बेटे विनायक मित्थल इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। यह भी देखें: जबरदस्त बारिश और शीत लहर की चपेट में वेस्ट यूपी मेरठ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. युद्धवीर सिंह, डॉ. राजकुमार सांगवान, एडवोकेट नागेंद्र सिंह, एडवोकेट रमन गुप्ता, नितिन मित्तल ने कहा कि यह मेरठ के लिए गर्व की बात है। न्यायमूर्ति पंकज मित्तल ने हाईकोर्ट प्रयागराज से बिदाई समारोह में मेरठ और प्रयागराज के लोगों का हार्दिक अभार जताया। उन्होंने मेरठ की अपनी बचपन की यादों को ताजा करते हुए कहा कि उनका बचपन मेरठ की गलियों में बीता है। जिसे वो कभी भूल नहीं पाएंगे। पश्चिम उप्र हाईकोर्ट बेंच संघर्ष समिति मेरठ के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता प्रबोध कुमार शर्मा का कहना है कि यह मेरठ के लिए एक गौरव की बात है कि मेरठ में पढ़े और पले एक जज जम्मू और कश्मीर के चीफ जस्टिस बने हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों के लिए खुशी का अवसर है।