बता दें कि पुलिस ने गत शनिवार को 10 लोगों को सटटेबाजी के आरोप में एक होटल के कमरे से गिरफ्तार किया था। इनमें सरकारी आफिस का बाबू सहित अन्य बिजनेस मैन भी शामिल थे। जो कि आईपीएल में सटटा लगा रहे थे।
मेरठ शहर में आइपीएल सट्टा बड़े पैमाने पर खेला जा रहा है। इसकी जानकारी जब एसएसपी को हुई तो उन्होंने एएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी। जो कि सटटेबाजों पर विशेष नजर रखेगी।
टीम के साथ एएसपी ने छापा मारकर तहसील के बाबू समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले टीपी नगर पुलिस ने भी ट्रांसपोर्ट नगर में आईपीएल सट्टा लगाते चार ट्रांसपोर्टर को गिरफ्तार किया था। पुलिस को अंदेशा है कि शहर में और भी स्थानों पर आइपीएल पर सट्टा लगाया जा रहा है।
सदर एएसपी की टीम ने शहर के स्टार प्लाजा में छापा मारकर 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपियों में तहसील का बाबू इशांत भी शामिल है। इनके कब्जे से करीब डेढ़ लाख रुपये की नकदी बरामद की गई थी। चार आरोपी लालकुर्ती पुलिस ने और छह आरोपित सदर पुलिस ने गिरफ्तार किए थे। बताया जा रहा है कि स्टार प्लाजा के अंदर आईपीएल सट्टा खेल रहे थे पुलिस इनसे जुड़े हुए लोगों की भी तलाश कर रही है।
रोजाना करीब 50 लाख रुपये का सट्टा लगवा रहा था। शुरुआती जांच में पता चला है कि मेरठ में ही सटोरिये कई जगहों पर इस काम को कर रहा है। हर दो-तीन दिन बाद ठिकाना बदल देते थे। इस रैकेट में मुख्य बुकी धर्मेंद्र अरोड़ा है। उसने दिल्ली में आइपीएल की बुकिंग करने वाले चोपड़ा नाम के बड़े बुकी से तीन हजार रुपये में लाइन खरीदी है। वह दिल्ली से बैठकर ही मेरठ के सटटा बाजार को आपरेट करने का काम करता है।