यह भी पढ़ेंः Police Encounter: स्कार्पियो लूट के बाद पुलिस की घेराबंदी में दो कुख्यात बदमाश मुठभेड़ में ढेर, सीआे आैर सिपाही घायल, देखें वीडियो मुजफ्फरनगर के अमित के संपर्क में आया मुंबई में रहते हुए कुख्यात रविन्द्र मुजफ्फरनगर निवासी अमित के संपर्क में आया। इसके बाद रविन्द्र मुंबई से मुजफ्फरनगर आ गया। अमित और रविन्द्र दोनों साथ मिलकर काम करने लगे। लूट और भाड़े पर हत्या करना इनका काम था। भूपेन्द्र बाफर को पुलिस हिरासत से रोहत उर्फ सांडू को छुड़वाने के लिए दो शार्प शूटरों की जरूरत थी। जो रविन्द्र और अमित ने पूरी कर दी। दोनों ने सांडू को पुलिस कस्टडी से छुड़वाने का सौदा पांच लाख में किया। यह दोनों शातिर बदमाशों की जिंदगी का आखिरी सौदा साबित हुआ। सब-इंस्पेक्टर की हत्या के बाद सांडू, रविन्द्र और अमित खाकी के निशाने पर आ गये थे। मंगलवार की सुबह मुजफ्फरनगर में हुई मुठभेड़ के बाद दोनों वहां से फरार थे और पुलिस से बचते फिर रहे थे। लेकिन मुजफ्फरनगर में मुठभेड़ में कुख्यात रोहित उर्फ सांडू आैर उसके साथी राकेश यादव के ढेर होने के बाद वह मात्र आठ घंटे ही जीवन जी पाए। आखिर अंत पुलिस की गोली से ही हुआ।
यह भी पढ़ेंः कुख्यात भूपेंद्र बाफर को गनर देने के मामले में शासन ने दिए जांच के आदेश, अफसरों पर गिर सकती है गाज मेरठ जोन में अब तक 51 ढेर योगी सरकार के यूपी की सत्ता के संभालने के बाद मेरठ जोन में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का अर्द्धशतक पूरा हो गया है। 26 सितंबर 2017 में मेरठ कैंट में हुर्इ मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश मंसूर को ढेर करने से ये सिलसिला शुरू हुआ था आैर तब से अब तक जोन में 51 बदमाशों को मेरठ जोन पुलिस मुठभेड़ में मार चुकी है। 16 जुलार्इ को दौराला क्षेत्र में मेरठ पुलिस ने दो इनामी बदमाशों रविन्द्र उर्फ कालू आैर अमित उर्फ शेरू को ढेर किया था। इसी दिन सुबह मुजफ्फरनगर में रोहित उर्फ सांडू आैर राकेश यादव को मार गिराया था। चारों कुख्यातों का वेस्ट यूपी में बहुत आतंक था।