मेरठ

Police Encounter: कुख्यात सांडू को छुड़ाने का सौदा जिंदगी की आखिरी डील साबित हुर्इ इस इनामी बदमाश की

खास बातें

मुंबई में 80 लाख की लूट के बाद वेस्ट यूपी में पनाह ली थी रविंद्र उर्फ कालू ने
कुख्यात रोहित उर्फ सांडू को पुलिस कस्टडी से छुड़वाने का किया था सौदा
वेस्ट यूपी में भूपेंद्र बाफर के लिए अमित के साथ कर्इ घटनाआें को अंजाम दिया

मेरठJul 17, 2019 / 10:20 am

sanjay sharma

Police Encounter: कुख्यात सांडू को छुड़ाने का सौदा जिंदगी की आखिरी डील साबित हुर्इ इस इनामी बदमाश की

मेरठ। मेरठ पुलिस की मुठभेड़ में मारा गया हरियाणा के हिसार का रविन्द्र उर्फ कालू बहुत शातिर बदमाश था। उसकी गिनती अंतर्राज्यीय बदमाशों के रूप में होती थी। इस कुख्यात का निशाना बहुत अचूक था। पुलिस सूत्रों की मानें तो कुख्यात सांडू को भगाने के दौरान पुलिस सब-इंस्पेक्टर को गोली मारने में इसी बदमाश का हाथ था। रविन्द्र हरियाणा का पचास हजारी इनामी बदमाश था। हरियाणा में जरायम की दुनिया में कुछ खास न होने के कारण उसने वेस्ट यूपी का रूख किया और वेस्ट यूपी में वह भूपेन्द्र बाफर के लिए काम करने लगा। वेस्ट यूपी में आपस में गैंगवार देख रविन्द्र मुंबई गया और वहां पर 80 लाख की लूट को अंजाम दिया। मुंबई में वह करीब एक साल रहा और वहां पर कई छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देता रहा।
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मुजफ्फरनगर के अमित के संपर्क में आया

मुंबई में रहते हुए कुख्यात रविन्द्र मुजफ्फरनगर निवासी अमित के संपर्क में आया। इसके बाद रविन्द्र मुंबई से मुजफ्फरनगर आ गया। अमित और रविन्द्र दोनों साथ मिलकर काम करने लगे। लूट और भाड़े पर हत्या करना इनका काम था। भूपेन्द्र बाफर को पुलिस हिरासत से रोहत उर्फ सांडू को छुड़वाने के लिए दो शार्प शूटरों की जरूरत थी। जो रविन्द्र और अमित ने पूरी कर दी। दोनों ने सांडू को पुलिस कस्टडी से छुड़वाने का सौदा पांच लाख में किया। यह दोनों शातिर बदमाशों की जिंदगी का आखिरी सौदा साबित हुआ। सब-इंस्पेक्टर की हत्या के बाद सांडू, रविन्द्र और अमित खाकी के निशाने पर आ गये थे। मंगलवार की सुबह मुजफ्फरनगर में हुई मुठभेड़ के बाद दोनों वहां से फरार थे और पुलिस से बचते फिर रहे थे। लेकिन मुजफ्फरनगर में मुठभेड़ में कुख्यात रोहित उर्फ सांडू आैर उसके साथी राकेश यादव के ढेर होने के बाद वह मात्र आठ घंटे ही जीवन जी पाए। आखिर अंत पुलिस की गोली से ही हुआ।
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meerut
मेरठ जोन में अब तक 51 ढेर

योगी सरकार के यूपी की सत्ता के संभालने के बाद मेरठ जोन में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का अर्द्धशतक पूरा हो गया है। 26 सितंबर 2017 में मेरठ कैंट में हुर्इ मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश मंसूर को ढेर करने से ये सिलसिला शुरू हुआ था आैर तब से अब तक जोन में 51 बदमाशों को मेरठ जोन पुलिस मुठभेड़ में मार चुकी है। 16 जुलार्इ को दौराला क्षेत्र में मेरठ पुलिस ने दो इनामी बदमाशों रविन्द्र उर्फ कालू आैर अमित उर्फ शेरू को ढेर किया था। इसी दिन सुबह मुजफ्फरनगर में रोहित उर्फ सांडू आैर राकेश यादव को मार गिराया था। चारों कुख्यातों का वेस्ट यूपी में बहुत आतंक था।
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