दरोगा के बेटे के गैंग की जांच में जुटी पुलिस, वायरल वीडियो को लेकर अफसरों का ये दावा
मेरठ। सर्किट हाउस परिसर में दरोगा के दबंग बेटे का वीडियो वायरल होने के बाद मामला सुर्खियों में है। वहीं एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह ने वीडियो को दो साल पुराना बताकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इसकी जांच सीआे आैर इंस्पेक्टर सिविल लाइन को सौंपी गर्इ है। उनसे इस पूरे प्रकरण पर जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। इस मामले में पीड़ित परिवार एसएसपी से मिलने पहुंचा और दरोगा के बेटे के ऊपर कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच में आठ युवकों की पहचान हुर्इ है।
यह भी पढ़ेंः दरोगा के बेटे की गुंडई का वीडियो वायरल, नाबालिग की पिटार्इ के बाद मूत्र पिलाने का प्रयासदो महीने पुराना है वीडियाे पीडित लड़के अक्षय के भाई ने बताया कि उसके भाई को मोहित चौधरी के गैंग ने सर्किट हाउस में ले जाकर पिटाई की थी। उसने बताया कि ये वीडियो दो महीने पुराना है। मोहित चौधरी के पिता पुलिस में हैं। इसका 14 लड़कों का गैंग है। इन सभी 14 लड़कों में से अधिकांश के पिता पुलिस में हैं। स्कूली विवाद में इस गैंग ने अक्षय को उठाया था और सर्किट हाउस में ले जाकर उसकी पिटाई की थी। उस पिटाई में मोहित चौधरी गैंग के सभी 14 लड़के शामिल थे। सर्किट हाउस में किशोर की पिटाई का वायरल वीडियो का मामला सामने आने के बाद खाकी अपने दरोगा पुत्र के बचाव में उतर आई है। दरोगा पुत्र के बचाव में आए एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने मामले को ठंडा करने का प्रयास किया। उन्होंने यह वीडियो दो साल पुराना बताकर मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की। तो वहीं पीड़ित परिजनों ने इस वीडियो को दो महीने पुराना बताया। वायरल वीडियो के बाद पीड़ित परिवार ने एसएसपी से गुहार लगाई है। पीड़ित परिवार ने कहा कि यूपी पुलिस में तैनात दरोगा का गुंडा बेटा गैंग बनाकर बदमाशी करता है और भोले-भाले लड़कों को परेशान करता है। वायरल वीडियो 10 मार्च 2019 का है।
यह भी पढ़ेंः VIDEO: आईपीएस पर पत्नी ने पांच करोड़ दहेज की मांग का लगाया आरोप, मारपीट-उत्पीड़न की बात कहीअलग-अलग दावे कर रहे पुलिस यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि यह वीडियो दो साल पुराना है, लेकिन पीड़ित परिवार का कहना है कि यह वीडियो दस मार्च का ही है। उन्होंने दावा किया कि इसके बाद 31 मार्च को इसी गैंग से जुड़े आरोपियों के बीच मारपीट हुर्इ थी। इसमें एक युवक के पैर में गोली लगी थी। पीड़ित किशोर जानलेवा हमले के आरोप में जेल भेजा गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि ये पुराना मामला है। जिसमे कार्रवार्इ पहले ही कि जा चुकी है। वीडियो को देखकर लगता है कि आरोपी पक्ष को प्रेशर में लेने के लिए ये काम किया गया है, लेकिन पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। अगर कोई दोषी है तो जांच की जाएगी।