मेडिकल प्रशासन ने Omicron को देखते हुए कोविड की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं जिला अस्पताल में पहले भी कोरोना को लेकर सारी व्यवस्थाएं की गई थीं। इस बार नए कोरोना वैरिएंट Omicron का खौफ दुनिया भर में है। इसे देखते हुए योगी सरकार ने भी इससे निपटने की तैयारी की है। स्वास्थ्य विभाग ने एल वन और एल टू अस्पताल में Omicron से संक्रमित मरीजों के आइसोलेशन और ट्रीटमेंट (isolation and treatment) के लिए एक या दो वार्ड रिजर्व रखे जाने के निर्देश दिए है। कोरोना के नए वेरिएंट का असर मेरठवासी दूसरी लहर (second wave) में देख चुके हैं। इसलिए अब एक और नए वेरिएंट (new variants) को लेकर काफी सावधानी बरती जा रही है। विदेश से 80 यात्रियों के आने के बाद मेरठ में सतर्कता (Alertness) बढ़ा दी गई है।
फोकस सैंपलिंग अभियान शुरू
इस कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने फोकस सैंपलिंग (focus sampling) अभियान शुरू कर दिया है। इसके तहत मेडिकल-इंजीनियर कॉलेज, आईटीआई, पॉलीटेक्निक, विवि, निजी संस्थान, हॉस्पिटल के साथ ही सरकारी कार्यालयों (government offices) पर लोगों की कोरोना जांच की जाएगी। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी (Divisional Surveillance Officer) डॉ. अशोक तालियान ने बताया कि इसके जरिए संभावित मरीजों का पता लगाया जाएगा। डा.तालियान ने बताया कि विदेश से आए लोगों को कोई और सूची नहीं आई है। पहली सूची के 107 और दूसरी सूची के 80 में से 63 की जांच हो चुकी है। मेरठ का मेडिकल कॉलेज मंडल का सबसे बड़ा कोविड अस्पताल (covid hospital) है। कोरोना संकट के चलते पिछली बार ओपीडी सेवाओं (OPD Services) को लंबे समय तक बंद रखा गया था।
सीएमओ ने Omicron को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि अस्पताल में एक अलग आइसोलेशन यूनिट(isolation unit) स्थापित करनी होगी। निजी अस्पतालों में एक या जरूरत के अनुसार अधिक वार्ड बनाए जाएंगे। निर्देशों के अनुसार, अस्पताल में पर्याप्त सुरक्षा के साथ संक्रमण (Infection) रोकने के लिए सभी जरूरी सावधानियां और कदम उठाए जाएंगे। सभी विभागों को अलर्ट (Alerts to departments) पर रखा गया है। हालांकि अभी तक कोई केस नहीं आया है, लेकिन ये मानकर चलना चाहिए कि नया वैरिएंट हमारे बीच में है। वहीं जिलाधिकारी ने लोगों से भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने को कहा है।