इसके अलावा वहीं दूसरी ओर पर्यावरण एवं स्वच्छता क्लब द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर नो टू टबैको” विषय पर ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया। क्लब निदेशक आयुष गोयल व पीयूष गोयल ने बताया भारत में प्रतिवर्ष तंबाकू सेवन के कारण दस लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। तंबाकू हर रूप में खतरनाक है, तंबाकू खाने से लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। तंबाकू सेवन करने वाले लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाएं जाने व उनको तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित करें। क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ0 सीमा शर्मा ने बताया धूम्रपान और तंबाकू का सेवन मस्तिष्क को कमजोर बनाता है।
यह भी पढ़े : Azadi Ka Amrit Mahotsav : आजादी का अमृत महोत्सव समाप्ति के मौके पर वर्चुअल गरीब कल्याण सम्मेलन का सजीव प्रसारण तंबाकू सेवन से दिमाग में हैप्पी हार्मोन डोपामाइन ज्यादा मात्रा में उत्सर्जित होता है। तंबाकू सेवन से शरीर कमजोर हो जाता है तथा लिवर किडनी और हड्डियों की बीमारियां हो जाती हैं। तंबाकू को छोड़ना मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं। समाजसेवी विपुल सिंघल ने दुकानदारों से कहा कि वे तंबाकू को ना बेचे, तम्बाकू समाज के लिए हानिकारक है। कार्यक्रम का संचालन प्रिंस अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में एस के शर्मा डॉ0 ममता सिंह डॉ राखी त्यागी डॉ0 पायल गुप्ता विपुल सिंघल ,नवीन अग्रवाल, केशव सिंघल,सोनल विश्नोई, गौरव शर्मा, शालिनी अग्रवाल, आकाश खेमचंद गुप्ता आदि उपस्थित रहे।