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VIDEO: भाजपा के कमल शक्ति अभियान में महिला मोर्चा ने दिखाए तेवर बताते चलें कि देवलोक कालोनी से रिटायर्ड पेशकार गायब था। उसका उसके ही समधी ने अपहरण कर हत्या कर लाश को झाड़ियों में फेंक दिया। समधी ने यह काम अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया। पेशकार को मारने के बाद उसकी लाश को हस्तिनापुर की नहर में फेंका गया। पेशकार के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी समधी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया। देवलोक कालोनी निवासी सुखबीर सिंह रिटायर्ड पेशकार था। उसने अपने बेटे आशीष की शादी जैनपुर लावड़ गांव के महेश की पुत्री पूजा के साथ की थी। आशीष रेलवे में नौकरी करता है और वह जगादरी में पोस्टेड है। शादी के कुछ दिन बाद से पूजा आशीष के साथ रहने की जिद करने लगी, लेकिन आशीष ने पूजा को जगादरी ले जाने से मना कर दिया। जिस पर दोनों परिवारों के बीच भी तनाव बन गया। पूजा का बाप महेश इसका जिम्मेदार अपने समधी को मान रहा था।
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VIDEO: पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारी नेताओं ने दिया ये जवाब बीती दो फरवरी को सुखबीर मवाना के लिए चला था इसके बाद से वह गायब था। उसका कहीं पता नहीं चल रहा था। पुत्र आशीष ने अपनी पत्नी पूजा उसके पिता महेश के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी। जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों को उठा लिया और कड़ाई से पूछताछ की। जिसमें महेश ने हत्या की बात स्वीकार कर ली। उसने पुलिस को बताया कि अपने दो दोस्तों के साथ सुखवीर की हत्या कर दी है। बताया कि दो फरवरी को ही सुखबीर सिंह को बहाने से बुलाया था और शराब पिलाकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को हस्तिनापुर क्षेत्र में नदी में फेंक दिया। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है।