scriptVideo: 22 जुलाई को है Sawan का पहला Somwar, 150 साल बाद बन रहे दुर्लभ योग में ऐसे दूर करें राहु दोष | sawan ka pehla somwar kab hai 2019 and how to do puja | Patrika News

Video: 22 जुलाई को है Sawan का पहला Somwar, 150 साल बाद बन रहे दुर्लभ योग में ऐसे दूर करें राहु दोष

locationमेरठPublished: Jul 19, 2019 01:14:27 pm

Submitted by:

sharad asthana

Sawan Ke Pahle Somwar भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से कई प्रकार के दोष होते हैं दूर
59 साल बाद श्रवणी नक्षत्र में लग रहा है Sawan Ka Pehla Somwar
श्रवण नक्षत्र और सर्वाथ सिद्ध योग भी पड़ रहा है Sawan Ke Pahle Somwar पर

Sawan Ka Pehla Somwar

Video: 22 जुलाई को है Sawan का पहला Somwar, 150 साल बाद बन रहे दुर्लभ योग में ऐसे दूर करें राहु दोष

मेरठ। 22 जुलाई 2019 को सावन का पहला सोमवार ( sawan Ka Pehla somwar ) पड़ रहा है। इस बार सावन के पहले सोमवार ( Sawan Ka Pehla Somwar ) पर कई दुर्लभ योग लग रहे हैं। इन दुर्लभ योग में भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से कुंडली के कई प्रकार के दोषों से मनुष्य मुक्त हो जाता है। इस दुर्लभ योग के कारण सावन के पहले सोमवार ( Sawan Ka Pehla Somwar ) का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
Sawan Ke Pehla Somwar का महत्व और बढ़ा

इस बार 59 साल बाद श्रवणी नक्षत्र में सावन का पहला सोमवार लग रहा है। इतना ही नहीं इसी दिन यानी सावन के पहले सोमवार को मरुस्थलीय नाग पंचमी ( nag panchami ) पड़ रही है। यह नाग पंचमी ( Nag Panchami ) सावन के पहले सोमवार ( Sawan Ka Pehla Somwar ) को 150 साल बाद पड़ रही है। पंडित विभोर इंदुसूत ने बताया कि यह एक तरह का संयोग है। इस दिन श्रवण नक्षत्र और सर्वाथ सिद्ध योग भी पड़ रहा है। इस कारण सावन के पहले सोमवार ( Sawan Ka Pehla Somwar ) का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
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रुद्राभिषेक से प्रसन्‍न होते हैं भगवान भोलेनाथ

उन्होंने बताया कि मरुस्थलीय नागपंचमी ( Nag Panchami ) के इस दिन होने पर रुद्राभिषेक करने से नागदेव प्रसन्न रहते हैं। इससे संतान सुख में बाधा नहीं आती है। जिन लोगों की कुंडली में पितृदोष या कालसर्प योग है, उन्हें इस दिन पूजा करने से तुरंत शांति मिलती है। उन्‍होंने कहा कि जिनकी कुंडली में राहु दोष है, वे इस दिन घातु के सांपों का जोड़ा अपने शरीर को छुआकर 51 बार उतारें। फिर उसको प्रवाहित जल में डाल दें। इससे राहु ग्रह दोष की बाधा दूर होगी है। इसके अलावा इस दिन प्रीति योग भी बन रहा है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से शिव-पावर्ती दोनों प्रसन्न होते हैं।
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इस रंग के शिवलिंग की पूजा से मिलेगा फल

इंदुसूत ने बताया कि सावन ( Sawan ) के महीने में या फिर सोमवार ( Somwar ) को काले और सफेद शिवलिंग की पूजा करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। काले शिवलिंग पर दूध की पतली धार छोड़ते हुए ओम नमः शिवाय का जाप करना शुभ रहता है। इसके बाद शिवलिंग को स्पर्शकर जो भी मन में इच्छा हो, उसको बोलना चाहिए।
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