ये हाल है मेरठ के अधिकारियों का। ट्रैफिक जाम खुलवाने के नाम पर या स्कूली छुटटी के दौरान यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने की बजाय अधिकारी एसी की ठंडी हवा का मजा लेते हैं। तपती धूप में डेढ़ घंटे तक स्कूली बच्चे सोफिया चौराहे से लेकर माल रोड तक करीब डेढ़ घंटे तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। इस ट्रैफिक जाम में फंसे बच्चे धूप में बिलबिलाते रहे लेकिन सिस्टम के कान पर उनके चिल्लाने का कोई फायदा नहीं हुआ। हालांकि इस दौरान एक—दो सिपाहियों ने ट्रैफिक जाम में फंसे वाहनों को निकलवाने की कोशिश की लेकिन ट्रैफिक जाम इस कदर भयंकर था कि इसको खुलवाना उनके काबू से बाहर ही रहा।
यह भी पढ़े : भारत संविधान सभा में शामिल ये मुस्लिम महिला बनीं थीं उप्र की पहली महिला विधायक स्कूली छुटटी के दौरान मेरठ महानगर में ट्रैफिक जाम का मामला कोई एक दिन की बात नही है। यह आमतौर पर प्रतिदिन होता है। लेकिन इसके बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी इसको संज्ञान में नहीं लेता है। जिस कारण से बच्चों की स्कूली छुटटी के दौरान ये ट्रैफिक जाम और भयंकर रूप धारण कर लेता है। जिसमें स्कूल से छूटे हुए बच्चे घंटों फंसे रहते हैंं।