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सावन के दूसरे सोमवार शिवभक्तों की भीड़ उमड़ी, बम-बम भोले से गूंजे शिवालय, देखें वीडियाे ये होगा दिन का मुहूर्त पंडित अंकुश शर्मा के अनुसार शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त प्रातः 9 से दोपहर 1.30 बजे तक लाभामृत योग में त्रयोदशी जलाभिषेक और दोपहर बाद तीन बजे से 4.30 बजे तक शुभ योग में चतुर्दशी जलाभिषेक किया जाएगा। इस दौरान किया गया जलाभिषेक विशेष लाभ प्रदान करने वाला होगा।
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VIDEO: हाइवे पर उमड़ा आस्था का सैलाब, माहौल हुआ केसरिया जलाभिषेक का रात्रि मुहूर्त जलाभिषेक का रात्रि मुहूर्त शाम को 7.30 बजे से 9 बजे तक लाभ मुहूर्त में शिवरात्रि पूजन व दुग्धाभिषेक। रात्रि 10.30 से 1.30 बजे तक शुभामृत योग में रूद्राभिषेक मुहूर्त में शुभ होगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि भगवान रूद्र जो हलाहल विष के मस्तिष्क पर चढ़ने के कारण क्रोध में होते हैं। जो मस्तकाभिषेक से रूद्र से कल्याणकारी शांत शिव हो जाते हैं और जीवन के हर प्रकार के उत्थान के लिए शीघ्र ही प्रसन्न होने वाले आशुतोष अमृतेश्वर के रूप में वरदायी हो जाते हैं। गाय के दूध में शहर, शक्कर व गुड़ मिलाकर अभिषेक करने से सन्तान, धन, स्वास्थ्य, वैवाहिक सुख व लाभ के सुख प्राप्त हो पाते हैं आैर हम सांसारिक उपलब्धियों के साथ मुक्ति की ओर बढ़ पाते हैं।
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गंगाजल से जलाभिषेक होगा उत्तम शिवरात्रि के दिन गंगाजल से जलाभिषेक करना उत्तम होगा। गंगाजल को मिट्टी के बर्तन में लेकर जलाभिषेक करें। इस दौरान ‘ओम नमः शिवाय’ का जाप करते हुए जलाभिषेक करना सर्वोत्तम होगा।
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