प्रदेश सरकार के आदेश पर हुए दो दिन के लॉकडाउन के दूसरे दिन जरूरतमंद लोग ही सड़कों पर दिखे। वहीं, कोरोना योद्धा अपना काम करते हुए नजर आए। हालांकि बीमार लोग डॉक्टरों के यहां जाते दिखे। बाजारों में सुबह के समय लोग केवल दूध, फल, सब्जी, घरेलू खाने का सामान ही खरीदते हुए दिखे। कोरोना योद्धा कोई सैनिटाइजर का छिड़काव करते नजर आया तो कोई लोगों को नियम समझाता हुआ नजर आया। मेडिकल स्टोर, डॉक्टरों के क्लीनिक व अस्पताल, जिला अस्पताल आदि खुले रहे। कचहरी, डीएम आफिस, एसएसपी आफिस, अदालतें, विकास भवन आदि सरकारी दफ्तर भी बंद रहे। शहर के प्रमुख बाजार, सर्राफा बाजार, सदर बाजार, हापुड रोड बाजार, बेगमपुल स्थित दुकानें आदि सबकुछ बंद रहा। बाजारों और सड़कों पर पुलिस गश्त करती रही। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद दुकानें खुली रहीं। इसके अलावा पिलोखोडी रोड, भूमिया का पुल, खत्ता रोड पर कुछ लापरवाही दिखी। यहां पर वाहन चालक बाज नहीं आए। कई बाइक सवार युवक बेवजह सड़क पर घूमते हुए नजर आए। शहर के पॉश इलाकों शास्त्रीनगर, मंगलपांडे नगर, सदर, लालकुर्ती, बेगमबाग, गंगानगर, मानसरोवर कालोनी में पूर्ण लाकडाउन का पालन किया गया। यहां पर लॉकडाउन के पहले और आज दूसरे दिन कर्फ्यू जैसे हालात रहे।
जगह-जगह होती रही लाउडस्पीकर से अपील शहर की सड़कों पर ही नहीं, गली मोहल्लों और बाजारों में नगर पालिका की तीन गाड़ियां पूरे दिन लाउडस्पीकर लगाकर अपील करती रही कि लोग अपने घरों से बाहर न निकले। बताया जा रहा था कि यदि बेहद जरूरी काम से लोग बाहर निकले तो मास्क का प्रयोग करें। शारीरिक दूरी काे अपनाएं। डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि लोगों का लॉकडाउन में पूरा सहयोग मिल रहा है। लॉकडाउन का पूरा पालन करवाया जा रहा है। अगर कहीं कोई भी लपरवाही करता पाया जा रहा है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जा रही है।