9 जुलाई को हुई थी मुन्ना बजरंगी की हत्या 9 जुलाई को सुबह बागपत जेल में पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजंरगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें वेस्ट यूपी के कुख्यात सुनील राठी का नाम सामने आया था। बताया गया कि उसने ही मुन्ना बजरंगी पर गोलियां बरसाई हैं। सुनील राठी ने अपना जुर्म भी कबूल लिया। अब शनिवार को सुनील राठी को फतेहगढ़ जेल शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद जेल में तलाशी अभियान चलाया गया।
चेकिंग में मिले छह मोबाइल कुख्यात सुनील राठी को फतेहगढ़ जेल भेजे जाने के बाद जेल प्रशासन ने पीएसी को साथ लेकर जेल की चेकिंग कराई। उन्होंने जेल में बैरकों की तलाशी ली। इस दौरान बैरकों के पीछे छह मोबाइल मिले। माना जा रहा है कि हत्याकांड के बाद जेल में बरती जा रही सख्ती की वजह से बंदियों ने ये मोबाइल बैरकों के पीछे फेंक दिए होंगे।
देखें वीडियो: हत्याकांड के समय मुन्ना बजरंगी के साथ मौजूद रहने वाला कैदी आया सामने, बताई पूरी कहानी नशीले पदार्थ भी मिले इससे यह साफ हो गया कि जेल में एक नहीं बल्कि कई मोबाइल फोन थे, जिनका कैदी इस्तेमाल करते थे। जेल से ही खींचीं गई मुन्ना बजरंगी के शव की फोटो भी इस ओर इशारा करती है। इसके अलावा वहां से नशीले पदार्थ भी मिले हैं। इस बारे में जेलर सुरेश बहादुर सिंह का कहना है कि राठी के जाने के बाद जेल की चेंकिंग की गई थी। कैदियों के बैरकों के पीेछ मोबाइल मिले हैं। अब सख्ती बरती जा रही है।