पांच रुपये से की थी शुरूआत, आज 30 पर बढ़ती महंगाई के साथ राजमा और कढ़ी चावल के दाम भी बढ गए। मनोज ने पांच रुपये प्लेट से इसकी शुरूआत की थी, जो आज 30 रूपये प्लेट तक पहुंच चुकी है। मनोज के घर में कढ़ी और राजमा बनाने की शुरूआत सुबह चार बजे से होती है। कढी और राजमा में डालने के लिए मसाले की तैयारी वे खुद करते हैं। सभी मसालों को घर पर कूटकर बनाया जाता है। कढ़ी के लिए दही घर पर ही जमाया जाता है। वे बाहर से सिर्फ दूध ही खरीदते हैं। मनोज के कढ़ी चावल और राजमा चावल के स्वाद के दीवाने एमडीए, पुलिस अधिकारी व कर्मचारी ही नहीं पूरा शहर है।