ज्ञापन में पूर्व विधायक ग़ुलाम मोहम्मद ने कहा है कि प्रदेश की योगी सरकार आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम खान को पूरी तरीके से स्वस्थ न होने के बावजूद जेल में यातनाएँ दे रही थी। जिस कारण पूर्व सांसद का स्वास्थ फिर ख़राब हो गया। इस कोरोना काल में भाजपा सरकार की ओर से ऐसा कार्य करना यह दर्शाता है कि यह बदले की राजनीति कर रही है। बाबर चौहान ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि आजम खान को रिहा नहीं किया गया तो सभी समाजवादी कार्यकर्ता एकजुट होकर आंदोलन करने पर बाध्य होंगे। यह भी कहा कि, भाजपा सरकार ने सांसद आज़म खान पर फ़र्ज़ी तरीक़े से मुक़दमे लगाकर सही नहीं किया। सरकार आज़म खान को तुरंत रिहा करे। प्रदर्शन कर रहे सपाइयाें ने यह भी कहा कि सरकार आज़म खान को मारना चाहती है। सरकार आती जाती रहती हैं लेकिन भाजपा जैसी तानाशाही आज तक किसी सरकार ने नहीं की है।