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अब मेरठ से शिक्षक विधान परिषद क्षेत्र से श्रीचंद्र शर्मा और स्नातक क्षेत्र से दिनेश गोयल के नाम पर भाजपा में सहमति करीब-करीब बन चुकी है। बड़ी तादाद में मतदाता बनाने के साथ ही अब पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारे जाने वाले प्रत्याशियों को तैयारियों में जुटने को हरी झंडी दे दी है। इन प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के बड़े पदाधिकारी लगातार बैठकें करने में जुटे हैं।
विधान परिषद में ताकत बढ़ानें के लिए भाजपा नेतृत्व इस चुनाव को काफी महत्व दे रहा है। पूरी रणनीति के साथ बड़ी तादाद में शिक्षक और स्नातक मतदाता तैयार किए गए हैं। करीब डेढ़ से दो लाख तक मतदाता भाजपा ने इन सीटों पर बनवाए हैं। इतना ही नहीं भाजपा पहली बार शिक्षक एमएलसी के चुनाव में उतर रही है। पहली बार वित्तविहीन शिक्षकों को मतदान का अधिकार मिला है। इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश भाजपा की है।
वित्तविहीन शिक्षकों को मताधिकार का अधिकार मिलने से शिक्षक एमएलसी पर शिक्षक गुटों के वर्चस्व को कड़ी चुनौती मिल सकती है। माना जा रहा है कि इस चुनाव की अधिसूचना नवंबर में जारी हो सकती है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में शिक्षक और स्नातक क्षेत्र के 11 सदस्यों का कार्यकाल 6 मई को समाप्त हुआ है। प्रत्याशियों के बाबत प्रदेश भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी ने कहा कि प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए गए हैं। प्रत्याशियों को चुनाव तैयारियों में जुटने के लिए बोल भी दिया गया है। पार्टी का मानना है कि एक-एक क्षेत्र में कई जिले हैं, जिसकी वजह से प्रत्याशियों को तैयारी के लिए अधिक समय मिलना ही चाहिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा मेरठ शिक्षक विधान परिषद क्षेत्र से श्रीचंद्र शर्मा, बरेली-मुरादाबाद शिक्षक क्षेत्र से हरि सिंह ढिल्लो, आगरा शिक्षक क्षेत्र से दिनेश वशिष्ठ और लखनऊ शिक्षक क्षेत्र से उमेश द्विवेदी को अपना प्रत्याशी बना सकती है। ये नेता अपने क्षेत्र में चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं। मेरठ स्नातक क्षेत्र से दिनेश गोयल, आगरा स्नातक क्षेत्र से मानवेन्द्र प्रताप सिंह को भाजपा अपना प्रत्याशी घोषित कर सकती है।
शिक्षक दल के ओमप्रकाश शर्मा, जगवीर किशोर जैन, उमेश द्विवेदी, ध्रुव कुमार त्रिपाठी, हेम सिंह पुंडीर, निर्दल समूह के चेतनारायण सिंह, कांति सिंह, सपा के डॉ. असीम यादव, संजय कुमार मिश्र, भाजपा के केदारनाथ सिंह और डॉ. यज्ञदत शर्मा का कार्यकाल समाप्त हुआ है