scriptMeerut: इंटर पास करने के बाद भी छात्र दे रहा था यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा | Student Giving Second Time 12th UP Board Exam 2020 in Meerut | Patrika News

Meerut: इंटर पास करने के बाद भी छात्र दे रहा था यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा

locationमेरठPublished: Feb 25, 2020 02:38:23 pm

Submitted by:

sharad asthana

Highlights

24 February को थी Chemistry की परीक्षा
जयकिशन इंटर कॉलेज पूठी में सामने आया मामला
पहले आर्ट स्‍ट्रीम से पास की थी 12वीं की परीक्षा

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मेरठ। इस समय यूपी बोर्ड (UP Board Exam 2020) की परीक्षा चल रही है। परीक्षा के दौरान सोमवार (Monday) को मेरठ (Meerut) में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। इंटरमीडिएट (Intermediate) के पेपर में जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) की टीम ने एक छात्र को पकड़ा है। खास बात यह है कि वह 12वीं की परीक्षा पहले ही पास कर चुका है। पहले उसने आर्ट स्‍ट्रीम से 12वीं पास की थी। अब व‍ह विज्ञान (Science) वर्ग से परीक्षा दे रहा है। डीआईओएस ने इस बारे में माध्यमिक शिक्षा परिषद के जोनल ऑफिस के सचिव को लेटर लिखा है।
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कुछ दिन पहले पकड़े गए थे 32 स्‍टूडेंट

दरअसल, मेरठ में हाल ही में हस्तिनापुर (Hastinapur) के मेजर आशाराम स्मारक इंटर कॉलेज गणेशपुर स्थित परीक्षा केंद्र से 32 परीक्षाथी पकड़े गए थे। स्‍टूडेंट्स कम उम्र दिखाकर हाईस्कूल (High School) की परीक्षा दे रहे थे। ये अंग्रेजी (English) की परीक्षा दे रहे थे। इनके आधार कार्ड व एडमिट कार्ड में आयु में अंतर पाया गया था। इसके बाद निगरानी कड़ी कर दी गई थी। डीआईओएस गिरिजेश चौधरी का कहना है कि जयकिशन इंटर कॉलेज पूठी में टीम निरीक्षण कर रही थी। सदस्‍य एडमिट कार्ड व आधार कार्ड में लिखी गई उम्र का मिलान कर रहे थे। इस दौरान उन्‍होंने ऐसे छात्र को पकड़ा जो पहले से ही इंटरमीडिएट पास था। पीटीआरपीएस आसिफाबाद के स्‍कूल का छात्र यहां दूसरी पाली में रसायन विज्ञान का पेपर दे रहा था।
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यह है नियम

डीआईओएस ने कहा कि नियमानुसार कोई भी स्‍टूडेंट साइंस और आर्ट स्‍ट्रीम में अलग-अलग पेपर तो दे सकता है, लेकिन सभी विषयों की परीक्षा नहीं दे सकता है। विज्ञान वर्ग में छात्र साइंस सब्‍जेक्‍ट्स के अलावा हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा दे रहा था। उन्‍होंने इस बारे में बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय के सचिव को पत्र लिखा है। अब वह तय करेंगे कि क्‍या कार्रवाई की जाए। परीक्षा समिति यह फैसला करेगी कि परीक्षार्थी का क्‍या किया जाए। वह ही तय करेगी कि उसका पूरा रिजल्‍ट रोकना है या केवल विज्ञान विषयों का परिणाम जारी करना है।
ऐसा रहा प्रश्‍नपत्र

सोमवार को यूपी बोर्ड की द्वितीय पाली में रसायन विज्ञान का पेपर था। इसमें पिछले साल पूछे कुछ गए प्रश्‍न भी आए थे। सनातन धर्म इंटर कॉलेज सदर के केमिस्‍ट्री के टीचर विनीत त्यागी का कहना है कि पेपर पूरी तरह से सिलेबस पर ही आधारित रहा है। बच्चों ने भी पेपर को आसान बताया है। बता दें कि इस बार सख्‍ती के कारण पंजीकृत स्‍टूडेंट्स की संख्‍या में कमी आई है। यूपी बोर्ड के 10वीं की परीक्षा में इस साल पिछली बार के मुकाबले 1,69,980 छात्र कम पंजीकृत हुए हैं। जबकि 12वीं में 18,658 छात्र कम रजिस्‍टर हुए हैं।
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