गन्ना किसानों की मुश्किलें यहां बता दें कि बागपत में गन्ने की खेती मुख्य है। अधिकतर किसान अपने खेतों में गन्ने की खेती करते हैं, लेकिन गन्ना मिल में जाने के बाद उसका भुगतान नहीं मिलने से उनके लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं। गन्ने का भुगतान नहीं मिलने से किसानों के घर में बच्चों की पढ़ार्इ का खर्च, घर, विवाह समेत में वे तमाम काम रुक जाते हैं, जिनमें ज्यादा पैसा चाहिए। समय-समय पर मिल मालिकों के खिलाफ प्रदर्शन के बावजूद उन्हें भुगतान के नाम पर लगातार टरकाया जाता रहा है। किसानों की मानें तो बागपत के जनप्रतिनिधि भी मिलों पर दबाव नहीं डाल सके हैं। एेसे में सांसद सतपाल सिंह मंत्री बनने के बाद उनके लिए क्या करते हैं, इसी पर सबकी नजर रहेगी।
गन्ना किसान महावीर सिंह आैर हरपाल सिंह ने बताया कि किसान मिल मालिकों से अपना पैसा मांगते-मांगते थक गए हैं, लेकिन उन पर कुछ असर नहीं पड़ रहा है। फरवरी से आगे का पेमेंट किसानों को नहीं मिला है। फरवरी से पहले का पेमेंट भी मिल मालिकों ने तरसा-तरसाकर दिया था। इस दौरान सांसद, विधायक आैर जनप्रतिनिधि भी उन पर दबाव नहीं डाल पाए।