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Corona Omicron Variet : स्वदेशी आरटी-पीसीआर किट “ओम” से होगी ऑमिक्रॉन की सटीक जांच

locationमेरठPublished: Jan 23, 2022 03:06:09 pm

Submitted by:

Kamta Tripathi

Corona Omicron Variet जैसे-जैसे कोरोना वायरस म्यूटेटेड होता जा रहा है, उसके विभिन्न रूपों का निदान और उपचार करना और भी चुनौतीपूर्ण हो रहा है। ऑमिक्रॉन जैसा वेरिएंट, हालांकि लक्षणों की जटिलताओं और मृत्युदर के मामले में पूर्ववर्ती कोविड वेरिएंट जितना घातक नहीं है, परंतु यह एक सुपर स्प्रेडर कोविड वेरिएंट है जो दुनिया भर में जंगल की आग की तरह फैल रहा है।

Corona Omicron Variet : स्वदेशी आरटी-पीसीआर किट

Corona Omicron Variet : स्वदेशी आरटी-पीसीआर किट

Corona Omicron Variet अब ओमिक्रॉन की सटीक जांच स्वदेशी आरटी—पीसीआर किट ”ओम”से हो सकेगी। वर्तमान में, कोरोना वायरस के म्यूटेशन का पता लगाना एस-जीन ड्रॉप आउट या पूरे वायरल जीनोम के एनजीएस (नेक्स्टजेन सीक्वेंसिंग) जैसे परीक्षणों पर निर्भर करता है। एस-जीन ड्रॉप आउट विधि वेरिएंट के प्रकार की सटीक जांच नहीं कर पाती है वहीं एनजीएस (नेक्स्टजेन सीक्वेंसिंग) पद्धतिकी अपनी सीमाएं हैं जैसे ये बहुत अधिक मंहगी एवं अधिक समय में परिणाम देने वाली जटिल विधि है एवं इस प्रकार की जांच करने के लिए अत्याधुनिक लैब की अवश्यकता है सभी जगह उपलब्ध नहीं है। सीडीआरआई के निदेशक, प्रो.तपस के. कुंडू के अनुसार कोविड संक्रमणों में मौजूदा उछाल भारतीय आबादी में फैल रहे सार्स-सीओवी-2 वायरस के नए वेरिएंट को दर्शाता है। अब तक अधिकांश आरटी-पीसीआर आधारित डायग्नोस्टिक किट इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं कि क्या कोविड संक्रमण अत्यधिक उत्परिवर्तित ऑमिक्रॉन वेरिएंट के कारण हो रहा है। सीडीआरआई, के वैज्ञानिकों डॉ अतुल गोयल, डॉ0 नीति कुमार एवं डॉ0 आशीष अरोरा की टीम ने सीडीआरआई के इंडस्ट्री पार्टनर, बायोटेक डेस्क प्रा. लिमिटेड, हैदराबाद के साथ मिलकर ऑमिक्रॉन वेरिएंट की की जांच के लिए स्वदेशी आरटी पीसीआर (RT-PCR)किट इंडिकोव-ओम(INDICoV-OmTM) को विकसित किया है। ऑमिक्रॉन वेरिएंट का पता लगाने के लिए पूरी दुनिया में उपलब्ध कुछ गिनी चुनी किट्स में से यह एक विशिष्ट किट है।

टीम लीडर डॉ. अतुल गोयल ने बताया कि डॉ0 आशीष अरोड़ा और डॉ0 नीति कुमार के संयुक्त प्रयासों से हमने रोगी के नमूनों में ऑमिक्रॉनवेरिएंट का प्रत्यक्ष पता लगाने के लिए एक स्वदेशी डायग्नोस्टिक किट विकसित की है। इस सीडीआरआई की प्राइमर जांच किट का प्रदेश के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ और मेरठ के मेडिकल कालेज में कोविड पॉजिटिव मरीज के नमूनों का परीक्षण और सत्यापन के लिए किया जाएगा।
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सार्स-कोव-2 ऑमिक्रॉन (SARS-Cov-2 omicron)की जांच के लिए यह किट भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) को स्वतंत्र सत्यापन (इंडिपेंडेंट वेलीडेशन) के लिए भेजी गई है। टीम में डॉ0 अतुल गोयल, डॉ0 नीति कुमार, डॉ0 आशीष अरोरा, सुरभि मुंदड़ा, वर्षा कुमारी, कुंदन सिंह रावत एवं प्रियंका पाण्डेय का विशेष सहयोग है। वहीं ओमिक्रॉन की इस स्वदेशी जांच किट के बारे में डा0प्रवीण पुंडीर ने बताया कि वाकई ये एक बड़ी उपलब्धि है। इससे ओमिक्रॉन वैरिएंट की सटीक जांच हो सकेंगी।
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