भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान के डा0 एन सुभाष ने बताया कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा यानी 30 नवंबर को अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में ही वृद्धि दर्ज की गई है। पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने और हवा की गति काफी कम होने से तापमान में वृद्धि हो रही है। आने वाले एक सप्ताह में ठंड का प्रकोप फिर से बढेगा। बता दे कि दो दिन पहले तक शीत लहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था। लेकिन 30 नवंबर को अचानक से मौसम में आए परिवर्तन ने सभी को हैरान कर दिया।
उन्होंने बताया कि मौसम में यह परिवर्तन जहां बीमारियों को दावत दे रहा है वहीं कोरोना जैसे संक्रमण के फैलने को भी फैलने में मदद कर रहा है। हालांकि कोरोना संकमण के चलते ही इस बार गंगा तीर्थ पर पुलिस की सख्ती काफी रही। जिस कारण से लोगों ने गंगा घाट पर दीपदान करने से परहेज किया। लोगों ने घरों पर ही दीपदान कर कार्तिक पूर्णिमा मनाई।